Tuesday, March 28, 2023
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एसएसबी लखनऊ की टीम ने दागे सात गोल

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  • राष्ट्रीय महिला हॉकी प्रतियोगिता के दूसरे दिन हुए पांच मैच

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: कैलाश प्रकाश स्टेडियम में चल रही अखिल भारतीय आमंत्रण प्राइजमनी महिला हॉकी प्रतियोगिता के दूसरे दिन पांच मैच खेगे गए। गुरूवार को हुए मैचों में सबसे ज्यादा गोल एसएसबी लखनऊ की टीम ने दागे जबकि एक मैच ड्रा रहा। स्टेडियम में चल रही राष्ट्रीय प्राइजमनी हॉकी प्रतियोगिता के दूसरे दिन भी पांच मैच खेले गए। पहला मैच लखनऊ हॉस्टल व स्टील प्लांट भिलाई(छत्तीसगढ़) के बीच खेला गया जिसमें भिलाई की टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की। जबकि दूसरा मैच नार्दन रेलवे नई दिल्ली बनाम हर हॉकी हिसार के बीच खेला गया

जिसमें दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रहीं। तीसरा मैच सेन्ट्रल सिविल सर्विसेज नई दिल्ली व एसएसबी लखनऊ के बीच खेला गया जिसमें सार्इं सेंट्रल लखनऊ की टीम ने 7-2 से बड़ी जीत हासिल की। चौथा मैच स्पोर्ट्स कॉलेज गोरखपुर बनाम सार्इं सेंटर लखनऊ के बीच खेला गया जिसमें सार्इं सेंटर लखनऊ की टीम ने 3-0 से जीत हासिल की। पांचवा मैच सार्इं सेंटर भोपाल व प. बंगाल भवानीपुर के बीच खेला गया जिसमें भवानीपुर की टीम ने 6-1 से जीत दर्ज की। पांच दिवसीय महिला हॉकी प्रतियोगिता के तीसरे दिन भी पांच मैच खेले जाएंगे।

सार्इं सेंटर लखनऊ की ओर से हुए सबसे ज्यादा गोल

गुरूवार को खेले गए पांच मैचों में सबसे ज्यादा गोल सार्इं सेंटर लखनऊ की टीम ने दागे। इकतरफा मैच में लखनऊ की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शुरू से ही अपनी पकड़ मजबूत रखी। सेंट्रल सिविल सर्विसेज की टीम में दो राष्ट्रीय खिलाड़ी भी खेल रही थी लेकिन वह कुछ खास नहीं कर सकी। जबकि लखनऊ की टीम के सेंटर फार्वड खिलाड़ियों ने विरोधी टीम को अपने हॉफ में कम ही प्रवेश करने दिया।

खिलाड़ियों को खूब भा रहा मेरठ का माहौल

स्टेडियम में चल रही राष्ट्रीय महिला हॉकी प्रतियोगिता में कई राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हिस्सा ले रहीं है। वहीं एसएसबी लखनऊ की टीम का प्रतिनिधित्व करने वाली मेरठ की रहने वाली काजल होण का पूरा परिवार मैदान पर उसका हौसला बढ़ानें पहुंचा।

काजल होण: मेरठ के काजीपुर की रहने वाली काजल होण एसएसबी लखनऊ की टीम का प्रतिनिधित्व कर रहीं है। काजल ने बताया अपने शहर में खेलने का मौका मिला है जो काफी सुखद है। पहले यहां हॉकी का एस्टोट्रफ मैदान नहीं था लेकिन अब यह सौगात मेरठ के खिलाड़ियों को मिली है जो अच्छी बात है। इससे यहां रहने वाले हॉकी खिलाड़ियों के खेल में काफी बदलाव आएगा।

साथ ही सभी बड़ी प्रतियोगिताएं भी एस्टोट्रफ मैदान पर खेली जाती है, अब यहां पर भी यह सुविधा उपलब्ध हो गई है जो खिलाड़ियों को मदद देगी। अपने शहर मेरठ में खेल सुविधाओं में काफी इजाफा हुआ है जो बड़ी सौगात है। खेल विश्वविद्यालय बनने जा रहा है जिससे यहां खिलाड़ियों के लिए और नए रास्ते खुलेंगे।

पूजा होण: राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी पूजा होण ने उभरती हुई महिला हॉकी खिलाड़ियों के लिए इस तरह की प्रतियोगिता को जरूरी बताया। पूजा हॉकी खिलाड़ी के साथ नवोदय विद्यालय बस्ती में पीटीआई है। पूजा ने अपने कोच प्रदीप चिन्योटी का आभार जताते हुए कहा उनके प्रयास से ही वह अभीतक आठ नेशनल प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखा चुकी है।

बहन काजल का हौसला बढ़ानें पहुंची है। मेरठ का माहौल खेले के हिसाब से अब काफी बदल गया है जो बड़ी बात है। एस्टोट्रफ की शुरूआत होने के बाद अब यहां राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं हो रहीं है। उम्मीद है जल्दी ही मेरठ को अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं को होस्ट करने का अवसर भी मिलेगा।

जस्प्रीत: हरियाणा की रहने वाली जस्प्र्रीत सेंट्रल सैक्ट्रिएट नई दिल्ली की टीम से खेल रहीं है। जस्प्रीत एशियन गेम्स में राष्ट्रीय टीम में शामिल रह चुकी है। वह पिछले सात सालों तक भारतीय टीम का हिस्सा रही है। कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स, चैंपियन ट्राफी, जूनियर एशिया कप, औलंपिक क्वालीफाई टीम में बैस्ट डिफेंडर रह चुकी है। एशियन गेम्स में विनिंग गोल दागकर भारत को जीत दिलाई थी।

मेरठ में खेलने का मौका मिलना अच्छा अनुभव है, यहां मेजर ध्यानचंद जैसे खिलाड़ी खेल चुके है। अब उसी सरजमी पर अपनी प्रतिभा दिखा रहीं है जो सुखद एहसास है। मेरठ को स्पोर्ट्स सिटी के रूप में जाना जाता है लेकिन क्यों यह यहां आकर पता चला है।

सुकमणी: आॅल इंडिया सिविल सर्विसेज की टीम से खेल रहीं सुकमणी गोल कीपर है। वह अंतराष्ट्रीय स्तर पर एशिया कप की टीम में पदक विजेता है साथ ही कई अन्य प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। मेरठ में खेलों को लेकर काफी जनून नजर आ रहा है।

यहां हर तरह की सुविधाएं मिल रहीं है जो एक खिलाड़ी को मिलनी चाहिए। उनका मानना है पुरूष खिलाड़ियों के लिए काफी प्रतियोगिताएं होती है, लेकिन महिला खिलाड़ियों को इतने मौके नहीं मिलते। ऐसे में महिलाओं के लिए भी सभी राज्यों में खेल प्रतियोगिताएं होनी चाहिए जिससे उन्हें भी अपनी प्रतिभा साबित करने का मौका मिले।

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