- शाम पांच बजकर 34 मिनट पर होगा पूजा का शुभ मुहूर्त
वरिष्ठ संवाददाता |
सहारनपुर: करवा चौथ का त्योहार आज धूमधाम से मनेगा। दिन भर बाजार में मेंहदी लगवाने को सुहागिनों की भीड़ उमड़ी रही। ब्यूटी पार्लरों में महिलाओं ने जाकर मेंहदी लगवाई। कोरोना संकट के बाद भी त्योहार का उत्साह भरपूर देखा गया। हिंदू मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत किया जाता है। इस साल यह तिथि आज 4 नवंबर को है।
इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। इस बार महिलाओं का मनपंसद त्योहार करवा चौथ थोड़ी देर से आया है। इसका कारण है मलमास का महीना। इस महीने के पड़ने के कारण ही करवा चौथ देरी से आया। फिलहाल, आज सुहागिनें उपवास रखेंगी और चांद के निकलने पर पूजा और जल देकर अपने पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत खोलेंगी।
यह भी बता दें कि पौराणिक कथा के अनुसार, एक पतिव्रता स्त्री जिसका नाम करवा था। वह अपने पति से बहुत प्रेम करती थी। पतिव्रता होने के कारण उसके अंदर एक दिव्यशक्ति विद्यमान हो गई थी। एक दिन उसका पति नदी में स्नान करने गया था, तभी एक मगरमच्छ ने उसे पकड़ लिया।
करवा को जब इसकी सूचना मिली तो उसने यमराज का आह्वान किया। उसने यम देव से अपने पति को वापस करने तथा मगर को यमलोक भेजने का आग्रह किया। साथ ही उसने यम देव को चेतावनी भी दी। यदि उसके पति को कुछ हो गया तो वह अपनी पतिव्रता शक्ति से यमलोक तथा यमराज दोनों का ही विनाश कर देगी।
उस पतिव्रता स्त्री की चेतावनी तथा पतिव्रता शक्ति से यमराज इतना भयभीत हो गए कि उन्होंने उसके पति को वापस घर भेज दिया तथा मगरमच्छ को यमलोक में। आचार्य शुभम ने बताया कि संध्या पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 34 मिनट से शाम 6 बजकर 48 मिनट तक है। उन्होंने बताया कि चंद्रोदय रात 8:16 बजे पर होगा। हिंदू पांचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि का आरंभ 4 नवंबर को 3:24 पर होगा। चतुर्थी तिथि 5 नवंबर को शाम 5:14 तक रहेगी।