Wednesday, September 18, 2024
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कैंट बोर्ड चुनाव पर लटकी निरस्तीकरण की तलवार?

  • अधिकृत रूप से नहीं हो पाई पुष्टि, चुनाव अभी निरस्त या फिर नहीं, अधिकारियों ने नहीं की पुष्टि

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: कैंट बोर्ड के चुनाव निरस्त होने की दिनभर चर्चा चली, लेकिन कैंट बोर्ड के अधिकृत रूप से इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई। चुनाव को लेकर अभी निरस्त हुई या फिर नहीं यह तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। आज सुबह तक ही पता चलेगा कि चुनाव निरस्त हुए या फिर नहीं, लेकिन बुधवार को दिन भर चुनाव निरस्त होने की चर्चा आम रही। हालांकि अधिकारियों से जब इस बाबत फोन करके पूछा गया तो अधिकारियों ने चुनाव निरस्त नहीं होने की पुष्टि नहीं की। कहा कि रक्षा मंत्रालय से कोई पत्र चुनाव निरस्त होने का देर शाम तक उन्हें प्राप्त नहीं हुआ।

हालांकि जिस तरह से चर्चा चल रही है कि उससे लग रहा है कि कैंट बोर्ड के चुनाव खटाई में पड़ सकते हैं। 20 मार्च को नामांकन का समय था, जिसकी तैयारी कैंट बोर्ड के कर्मचारियों ने पूरी कर ली है। क्योंकि चुनाव की सरगर्मी के बीच विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं, लेकिन अचानक चुनाव निरस्त होने की खबर ने लोगों के होश उड़ा दिये है। क्योंकि बड़ी तादाद में लोग घर घर पहुंच रहे हैं और चुनावी रणनीति बनाने के लिए पैसा भी खर्च किया जा रहा है। ऐसे में चुनाव निरस्त की सूचना आने के बाद संभावित प्रत्याशियों को बड़ा झटका लगा है।

बगावत से डर रही भाजपा

दरअसल, भाजपा ने बागपत रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर हाल ही में एक कैंट क्षेत्र के संभावित उम्मीदवारों की बैठक बुलाई थी, जो सभी भाजपा से जुड़े हुए हैं। इन सभी ने भाजपा से टिकट पाने के लिए आवेदन भी किया है। अब ऐसी स्थिति है कि सभी को टिकट नहीं मिल सकता,

जिसके चलते भाजपा के स्थानीय बड़े नेता संभावित दावेदारों से शपथ पत्र ले रहे हैं। शपथ पत्र में लिखवाया जा रहा है कि यदि टिकट नहीं होता तो मैं निर्दलीय चुनाव नहीं लडूंगा। क्योंकि भाजपा नेताओं को डर है कि जो पार्टी के नेता हैं, यदि बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ गए तो पार्टी को ही नुकसान होगा। इसी वजह से शपथ पत्र लिए जा रहे हैं।

चुनाव को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं

कैंट बोर्ड के चुनाव को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं है। सूत्रों का कहना है कि चुनाव निरस्त होते हैं या फिर नहीं। इसकी तस्वीर गुरुवार की सुबह तक ही साफ हो पाएगी। क्योंकि कैंट बोर्ड के अधिकारियों के पास चुनाव निरस्त होने का कोई पत्र रक्षा मंत्रालय से अभी नहीं मिला है। इसी वजह से चुनाव की तस्वीर अभी साफ नहीं है।

अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि रक्षा मंत्रालय में क्या निर्णय हुआ, उन्हें मालूम नहीं है, लेकिन चुनाव को लेकर जो सरगर्मी तेजी के साथ चल रही थी उसको थोड़ा झटका लगा है। क्योंकि संभावित प्रत्याशी मतदाताओं के घर-घर जाकर वोट मांग रहे थे। दावत भी उड़ रही थी। संभावित प्रत्याशी एक तरह से गोलबंदी करने में जुटे थे, अब सभी तैयारियों को झटका लग गया हैं।

जिला पंचायत बोर्ड बैठक 19 को

जिला पंचायत बोर्ड की बैठक 19 मार्च को पंचायत सभागार में आयोजित की जाएगी। जिसमें वित्तीय वर्ष 2023-24 में शासन से प्राप्त पंचम राज्य वित्त आयोग-15वें वित्त की टाइड एवं अनटाइड योजना से प्राप्त धनराशि के लिए कार्य योजना का गठन किया जाना प्रस्तावित है। शहीद गेट, शहीद स्मारक निर्माण के लिए शासन को अनुमति के लिए प्रस्ताव भेजने, मानचित्र की नई दरों को लागू करने, ग्रामीण क्षेत्र की पैंठ-प्रदर्शनी आदि की उपविधियां में संशोधन, तिरंगा गेट के पास पुलिस कंट्रोल रूम की स्थापना आदि के मुद्दों पर विचार किया जाएगा। यह जानकारी अपर मुख्य अधिकारी भारती धामा ने दी।

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