- लोहियानगर विस्फोट में टॉयगन के कारतूस में पोटेशियम क्लोराइड का हो रहा था इस्तेमाल
- लोहियानगर विस्फोट में केमिकल में मामूली चिंंगारी से गई थी पांच की जान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लोहिया नगर के एम पॉकेट स्थित आवासीय गोदाम में 12 दिन पहले हुआ भीषण विस्फोट भारी मात्रा में रखे पोटेशियम क्लोरेट नाम के केमिकल मेें आग लगने की वजह से हुआ था। उच्च स्तर का ज्वलनशील पदार्थ होने की वजह से इस केमिकल का प्रयोग टॉयगन के कारतूस बनाने के लिए किया जा रहा था। बारुद रूपी इस केमिकल में मामूली चिंगारी से पांच लोगों की जान चली गई थी। विस्फोट के प्रथम चरण की जांच में एसएसपी ने यह खुलासा किया है।
लोहिया नगर में 17 अक्टूबर की सुबह मंगलवार को एम पॉकेट में- 307 व 308 के आवासीय गोदाम में भीषण विस्फोट हुआ था। विस्फोट इतना भीषण था कि आसपास इलाके के कई घरों की छत व दीवारें उड़ गई थी। जिसके चलते गोदाम में मौजूद बिहार राज्य के जिला भोजपुर ग्राम कोइल निवासी पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि दर्जन भर लोग घायल हो गए थे। गोदाम में हुए धमाके ने पूरी कालोनी को दहलाकर रख दिया था।
शास्त्री नगर निवासी संजय गुप्ता ने लोहिया नगर में एम- 307 व 308 के आवासीय दो प्लॉट को गोदाम बनाकर गौरव गुप्ता पुत्र राजीव गुप्ता और आलोक रस्तौगी व उदयराज तीन पार्टनर को किराये पर दिया था। गौरव ने ग्राउंड फ्लोर के पीछे हिस्से में प्लॉस्टिक का काम किया हुआ था। वहीं आलोक रस्तौगी ने साबुन व फिनाइल की एजेंसी ले रखी थी। उदय राज का पुरानी मशीनों पर पेंटिंग व मरम्मत का कारोबार था, लेकिन आवासीय गोदाम में बड़े पैमाने पर गोपनीय रूप से बम और पटाखे बनाये जा रहे थे।
गोदाम में बिहार राज्य के जिला भोजपुर निवासी छह -सात मजदूर पटाखे और बम तैयार कर रहे थे। वहां टॉय गन में चलने वाले कारतूस बनाये जा रहे थे। प्लॉस्टिक के कारतूसों में पोटेशियम क्लोरेट नाम का केमिकल भरा जाता था। गोदाम में पोटेशियम क्लोरेट की कई सौं बोरियां रखी हुई थी। पटाखे बनाते समय पोटेशियम क्लोरेट की बोरियों में मामूली आग की चिंगारी के लगते ही भयंकर विस्फोट हुआ था जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी।
हालांकि एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने विस्फोट की इस घटना में अभी कई बिन्दुओं पर जांच होने की बात कही है। वहीं, आवासीय कालोनी में इस तरह की फैक्ट्री संचालित करने वाले और उनकी मदद करने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। वहीं, कालोनी में चलने वाली सभी फैक्ट्रियों पर प्रतिबन्ध लगाने और कार्रवाई करने की बात कही गई है।