- दो एरियों में ही मई माह में हुए 399 बैनामे
- करोड़ों रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई विभाग को
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना काल में भले ही लोगों के व्यापार पूरी तरह से बंद हो गये हों, लेकिन लोगों ने जमीन खरीदने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। जहां पूरे प्रदेश में लॉकडाउन के कारण सभी कार्यालयों में मई माह में कर्मचारी न के बराबर दिखाई दिये वहीं मेरठ के कलक्ट्रेट स्थित स्टाम्प एवं निबंधक कार्यालय में खूब कार्य हुआ। जब मई माह में कोरोना ने पूरा आतंक मचा रखा था।
वहीं जमीन खरीदने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं रही। कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय में ही मई माह में 399 बैनामे हुए। जिससे सरकार को भी अच्छा खासा राजस्व प्राप्त हुआ।
मई का महीना सभी के लिये दुश्वारियों भरा रहा। कारोना के कारण लोगों का हाल बेहाल रहा। कोरोना के कारण पूरे शहर में हाहाकार मचा रहा। सभी दुकानें, व्यापार पूरी तरह से प्रभावित रहा। इस बीच लोगों ने कोई काम किया हो या ना किया हो, लेकिन कलक्ट्रेट स्थित स्टाम्प एंव निबंधक कार्यालय के मई माह के बैनामे के आंकड़े देखकर लगता है कि शहरवासियों ने जमीन की खरीद फरोख्त करने में खूब दिलचस्पी दिखाई।
अगर केवल कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय की ही बात करें तो यहां केवल एक माह मई-मई में ही 399 बैनामे हुए। जिससे विभाग को भी अच्छी खासी राजस्व की प्राप्ति हुई। बता दें कि यहां कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय में फोर्थ और सेकेंट एरिया के बैनामे होते हैं। इनके अलावा कंकरखेड़ा और एमडीए कायार्लय में भी बैनामे होते हैं। कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय में स्टाम्प एवं निबंधक कार्यालय में मंगलवार को भी अच्छी खासी भीड़ बैनामा कराने पहुंची।
अपर महानिरीक्षक निबंधक विजय तिवारी ने बताया कि चतुर्थ एरिया में मई माह में 149.37 लाख रुपये के 166 बैनामे हुए, इसके अलावा 151.88 लाख रुपये के लेखपत्र लगे। सेकेंड एरिया में मई माह में ही कुल 233 बैनामे हुए। मई माह के यह आंकड़े देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहरवासियों ने काफी खासी संख्या में बैनामे कराये। जमीन की खरीद फरोख्त करने वालों पर कोरोना का असर कम ही देखने को मिला। इसके अलावा अभी एमडीए और कंकरखेड़ा स्थित कार्यालय के आंकड़े और जोड़ दिये जाये तो यह संख्या दो गुनी से ज्यादा हो जायेगी।