Thursday, April 18, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutशहर में आजिज आए अतिक्रमण से, है कोई निदान?

शहर में आजिज आए अतिक्रमण से, है कोई निदान?

- Advertisement -
  • सभी बाजारों में फैला है अतिक्रमण, दुकानदारों ने कब्जाये फुटपाथ
  • नगर निगम को करनी होगी सख्ती, जहां से हटाया अतिक्रमण वहीं हुए कब्जे

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शहर में सबकुछ भगवान भरोसे है। कहीं कोई नियंत्रण नहीं दिख रहा है। बाजारों में दुकानदारों ने पूरी मनमानी कर फुटपाथ पर कब्जा कर रखा है। इससे न केवल पैदल राहगीरों को चलना मुसीबत है, बल्कि इससे अकसर जाम भी लग जाता है। प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद अभी तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकाल पाया है। यहां फुटपाथ पर कब्जा है, सड़क पर जाम है तो अब जनता चले तो चले कहां।

लोगों की इस परेशानी का निदान शायद न नगर पालिका के पास है, न पुलिस के और न ही प्रशासन के पास। निगम कार्रवाई करने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेती है तो पुलिस पालिका का काम बताकर ड्यूटी पूरी कर लेती है। प्रशासन को तो और कई काम हैं। अब बची जनता, जाम में पिसे या अतिक्रमण में, किसी को क्या लेना देना। ऐसे में कुछ दुकानदारों की दबंगई के सामने जनता को नतमस्तक होना ही पड़ेगा।

दीपावली का त्योहार नजदीक है और उससे पहले धनतेरस, करवाचौथ आदि त्योहार है जिसे लेकर बाजारों में खूब भीड़ चल रही है, लेकिन सड़कों पर हुए अवैध कब्जों के कारण शहर के सभी प्रमुख बजारों में जाम की स्थिति बनी हुई है। बेगमपुल, आबूलेन, सेंट्रल मार्किट, घंटाघर, वैली बाजार आदि बाजारों में पार्किंग की व्यवस्था न होने और दुकानों के सामने अवैध कब्जों के कारण बाजारों में नरक जैसी स्थिति है।

शहर के प्रमुख मार्ग बच्चा पार्क से लेकर बेगमपुल तक सड़कों के दोनों ओर फुटपाथ पर भी दुकानदारों के कब्जे हैं। सड़कों पर ही लोग अपने वाहन खड़े कर पार्किंग करते हैं। जिस कारण सड़क पर अन्य वाहन चालकों के लिये निकलने की जगह तक नहीं बचती। जिस कारण हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है।

यही हाल शहर की अन्य सड़कों का है। यहां हाल ही में नगर निगम की ओर से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया, लेकिन उसके अगले ही दिन सड़कों पर फिर से कब्जे हो जाते हैं। नगर निगम की ओर से भी पार्किंग आदि की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन उसके बावजूद हालात काबू में नहीं आ रहे हैं जिस कारण जनता परेशान हैं।

आबूलेन में सड़कों पर ही खड़े हो रहे वाहन

आबूलेन बाजार की बात करें तो यहां की व्यवस्था का जिम्मा कैंट बोर्ड का है। यहां कैंट बोर्ड ने सड़क के बीच में डिवाइडर भी बना दिया है, लेकिन इसके बावजूद यहां रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है। पार्किंग की व्यवस्था बाजार के बाहर की ओर है, लेकिन लोग सड़कों पर ही वाहन खड़ा कर देते हैं। जिस कारण यहां जाम लग जाता है। दुकानों के सामने ही लोग कार खड़ी कर चले जाते हैं। यही हाल पूरे बाजार का है। जिस कारण लोग परेशान हैं। उसके बावजूद कैंट बोर्ड की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

खैरनगर में हालात बद से बदतर

खैरनगर बाजार की बात करें तो यहां शहर का बड़ा दवा बाजार है। शहर के अन्य इलाकों से भी यहां लोग दवाई खरीदने आते हैं, लेकिन यह मार्ग काफी संकरा है। जिस कारण यहां अक्सर जाम के हालात बने रहते हैं। यह मार्ग खैरनगर दवा मार्किट से होते हुए वैली बाजार, घंटाघर और सराफा बाजार को निकलता है। जहां वर्तमान में त्योहारी सीजन के कारण काफी भीड़ है। ऐसे में खैर नगर मार्ग पर भी जाम की स्थिति बनी रहती है। मेरठ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की ओर से भी कई बार आलाधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई किये जाने की बात कही जाती है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती।

ट्रैफिक पुलिस बनी मूकदर्शक

शहर की बेगमपुल रोड, आबूलेन, गढ़ रोड सभी मुख्य मार्गों पर लोग अपने वाहनों को खड़ा कर बाजार में चले जाते हैं। जिस कारण अक्सर सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस भी इस ओर कोई ध्यान नहीं देती। ट्रैफिक पुलिस कचहरी मार्ग, एमडीए के सामने पुलिस लाइन मार्ग और एसएसपी आवास के आसपास ही कार्रवाई करती दिखाई पड़ती है, लेकिन इस समय जहां अधिक भीड़ की संभावनाएं हैं। वहां पर ट्रैफिक पुलिस की ओर से कोई व्यवस्था फिलहाल नहीं की जा रही है। जिसका खामियाजा शहर की जनता को उठाना पड़ रहा है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments