- शहर में भूसे की तरह सवारियां ढो रहे आटो खोल रहे दावों की पोल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे केसों की गूंज मेरठ से लेकर लखनऊ तक सुनाई दे रही है। संक्रमण पर लगाम के नाम पर लखनऊ से अफसरों के ताबड़ तोड़ दौरे कराए जा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर अफसर बैठकों में लगे हैं, लेकिन संक्रमण रोकने के नाम पर अफसरों के दावे और जमीनी हकीकत में जमीन आसमान का अंतर है।
जहां संक्रमण की चेन बन रही है उस ओर कतई ध्यान नहीं दिया जा रहा। शहर में भागने वाले आॅटो, सिटी बसें, रोडवेज बस स्टैंड तथा भीड़भाड़ वाले ऐसे तमाम स्थानों पर मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। पूरे शहर में दौर रहे आॅटो में भूसे की तरह भरी जा रही सवारियों की ओर किसी भी अफसर का ध्यान नहीं।
न तो पुलिस न ही प्रशासन के समीक्षा बैठकों में लगे अफसरों को इसे आॅटो पर कार्रवाई करने की फुर्सत है। जबकि आईसीएमआर और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बार-बार सबसे ज्यादा जोर सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क के प्रयोग पर दिया जा रहा है, लेकिन शहर की यदि बात की जाए तो सबसे ज्यादा लापरवाही सवारियां ढोहने वाले आॅटो में ही बरती जा रही है। शहर के प्रमुख बेगमपुल चौराहे पर ऐसे आॅटो में सवारियों को लेकर मारामारी देखी जा सकती है।
जबकि विभाग के अफसरों का सबसे ज्यादा ध्यान ही बेगमपुल क्षेत्र पर रहता है, लेकिन आॅटो में सवारियों को लेकर जो हालात जनवाणी के कैमरे में कैद हुई है, उससे तो ये लगता ही नहीं कि इन्हें कोरोना संक्रमण को लेकर किसी प्रकार का खौफ। संक्रमण रोकने के लिए ऐसे भीड़ वाले इलाकों में चलने वाले आॅटो चालकों पर कार्रवाई और रोकथाम बेहद जरूरी है।