- क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान बड़ौत में तैनात वीडीओ ने अधिकारी व कर्मचारियों के कर दिए थे फर्जी हस्ताक्षर
- महानिदेशक के निर्देश पर हुई जांच में मामला पाया सही, ग्राम्य विकास आयुक्त कार्यालय में संबंद्ध किया
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान बड़ौत में तैनात ग्राम विकास अधिकारी को रजिस्टर में अपने अधिकारी व कर्मचारियों के फर्जी हस्ताक्षर करना महंगा पड़ गया। लखनऊ पहुंची शिकायत के बाद महानिदेश के आदेश पर सीडीओ व डीडीओ द्वारा की गयी जांच में मामला सही पाया गया और मामले की रिपोर्ट ग्राम विकास अधिकारी प्रेम कुमार की रिपोर्ट लखनऊ भेजी गयी।
वीडीओ निलंबित करने के आदेश दिए। जिसके बाद डीडीओ ने वीडीओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए लखनऊ में ग्राम्य विकास आयुक्त के कार्यालय से संबंद्ध कर दिया। साथ ही भविष्य में दोबारा से ऐसी गलती करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान बड़ौत में ग्राम विकास अधिकारी प्रेम कुमार को तैनात किया गया था और इससे पहले उनपर ग्राम पंचायतों का विकास कार्य कराने का चार्ज था, लेकिन शिकायत मिलने के बाद चार्ज हटा लिया गया था। प्रेम कुमार ने संस्थान में चार्ज लेने के बाद अपनी मनमर्जी करते हुए रजिस्टर में अपने हस्ताक्षर तो कर ही दिए थे, लेकिन अपने अधिकारी व कर्मचारियों के भी फर्जी हस्ताक्षर कर दिए।
इसकी शिकायत लखनऊ में महानिदेशक कार्यालय में की गयी। महानिदेशक कार्यालय से सीडीओ को मामले की जांच करने के आदेश दिए थे। जिसके बाद तत्कालीन सीडीओ व वर्तमान डीडीओ हुबलाल ने मामले की जांच की और वहां पहुंचकर कर्मचारियों के ब्यान दर्ज किए तो मामला पूरी तरह से सही पाया।
मामला सही पाते हुए ग्राम विकास अधिकारी प्रेम कुमार को नियमों की धज्जियां उड़ाने का दोषी पाया गया। जिसके बाद मामले की रिपोर्ट महानिदेशक कार्यालय को भेजी गयी। वहां से प्रेम कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए। डीडीओ हुबलाल ने शनिवार को ग्राम विकास अधिकारी प्रेम कुमार को निलंबित करते हुए लखनऊ में ग्राम्य विकास आयुक्त कार्यालय से संबंद्ध कर दिया और अब वह वहीं रहकर कार्य करेंगे।