- राव वारिस के मकान पर रूठे मुस्लिम नेताओं की हुई मान-मुनव्वल
- सत्ता में आने पर बड़ा सम्मान दिए जाने का दिया आश्वासन
- अखिलेश की पीसी के बाद सभी रूठे नेताओं को समाजवादी रथ में बैठाया
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में गठबंधन द्वारा सभी 6 विधानसभा टिकट वितरण को लेकर मुस्लिम नेताओं में उपजी नाराजगी को जयंत चौधरी ने मान-मनोव्वल के बाद समाप्त कर दी है।
अखिलेश यादव की पीसी से पहले जयंत चौधरी ने राव वारिस के मकान पर सभी मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें सत्ता में आने के बाद अच्छा सम्मान दिलाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद सभी मुस्लिम राजनेता पीसी में पहुंचे और समाजवादी रथ में बैठकर अखिलेश यादव के साथ वार्ता भी की।
विधानसभा 2022 के चुनाव में राजनीतिक बिसात बिछाई जा रही है। इस बिसात से कुछ नाराज हैं तो कुछ बहुत खुश भी है गठबंधन द्वारा मुजफ्फरनगर में बांटे के टिकटों को लेकर एक सवाल उठ रहा था कि इस चुनाव में मुजफ्फरनगर से मुस्लिम राजनीति को हाशिए पर गठबंधन द्वारा किया गया है|
जिसको लेकर मुस्लिम नेता नाराज थे। अखिलेश यादव प्रेस वार्ता से पहले इन राजनेताओं को मनाने का दौर चला, जिसमें जयंत चौधरी ने मुजफ्फरनगर में रात को रुक कर इन नेताओं को मनाने का काम किया।
बता दें कि शुक्रवार को 1:00 बजे सपा मुखिया अखिलेश यादव की मुजफ्फरनगर में पत्रकार वार्ता होनी थी, जिससे पहले टिकट न मिलने से नाराज मुस्लिम नेताओं को मनाना भी एक बड़ा काम था। गुरुवार को रालोद मुखिया जयंत चौधरी द्वारा गठबंधन प्रत्याशीयों के समर्थन में सभा की गई और सभा करने के बाद वह मुजफ्फरनगर में रात्रि विश्राम के लिए रुके थे।
राजनीतिक सूत्रों की माने तो जयंत का मुजफ्फरनगर में रुकने के पीछे बड़ा कारण इन रूठे राजनेताओं को मनाना था। शुक्रवार को प्रेस वार्ता से पहले जयंत चौधरी द्वारा सभी मुस्लिम नेताओं के साथ पूर्व विधायक राव वारिस के मकान पर बैठक की गई, जिसमें उन्होंने सभी को अपने परिवार का सदस्य बताते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि सब का सम्मान रखा जाएगा।
उन्होंने कहा इस बार गठबंधन सरकार बन रही है और सरकार बनने पर सभी को सम्मान दिलाया जाएगा। काफी देर मान मनोव्वल के बाद जयंत चौधरी सभी रूठों को मनाने में सफल रहे।
राव वारिस के मकान पर पूर्व सांसद अमीर आलम खान, पूर्व विधायक नवाजिश खान, पूर्व विधायक नूर सलीम राणा समेत मुस्लिम राजनेता मौजूद रहे।
जयंत चौधरी के आश्वासन के बाद सभी अखिलेश की पत्रकार वार्ता में पहुंचे और समाजवादी रथ में बैठकर अखिलेश यादव से भी बात की। अखिलेश यादव ने भी सभी नाराज नेताओं को यकीन दिलाया कि उनका पूरा सम्मान रखा जाएगा।