जनवाणी संवाददाता |
देवबंद: पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी को लेकर 10 जून को जुमा की नमाज के बाद हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए 10 युवकों को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया है। जमीयत उलम-ए-हिंद ने युवकों की न्यायालय में पैरवी की थी।
पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी को लेकर गत 10 जून को देवबंद में विरोध प्रदर्शन हुआ था। पुलिस ने बल प्रयोग कर स्थिति को शांत करते हुए इस मामले में दस युवकों समेत एक किशोर को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने युवकों को विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज जेल भेज दिया था जबकि किशोर को गाजियाबाद के बाल सुधार गृह भेजा गया था।
इस मामले में जमीयत उलमा ए हिंद (महमूद मदनी गुट) द्वारा युवकों की न्यायालय में पैरवी की गई। शनिवार को आरोपितों दानिश, मोहम्मद लुकमान, मोहम्मद काशिफ, फजलुकरीम, जुबेर अब्बास, शाह आलम, शाहनवाज, अजीम, सादिक और जुबेर को कोर्ट ने जमानत दे दी और रविवार को सभी उपकारागार देवबंद से रिहा किए गए। जबकि एक नाबालिगको अभी रिहाई नहीं मिली है।
जेल से रिहा होकर घर पहुंचे अपने बच्चों को सही सलामत देख खुशी से घरवालों की आंखों में आंसू छलक पड़े। जमीयत के जिला महासचिव जहीन अहमद ने बताया कि पुलिस द्वारा देवबंद में हुए विरोध प्रदर्शन में किशोर समेत 11 को गिरफ्तार किया गया था। जिनमें से 10 युवकों का मुकदमा अदालत में जमीयत द्वारा लड़ा गया। सभी को शनिवार को कोर्ट से जमानत मिल गई थी और रविवार को उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है।