Tuesday, September 10, 2024
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44 दुकानें सील, व्यापारियों ने किया नगरायुक्त का घेराव

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  • नगरायुक्त पर गलत तरीके से डीएन कॉलेज की किराये की दुकानों पर सीलिंग की कार्रवाई कराने का आरोप
  • निगम की टीम ने बडेÞ बवाल से बचने को सुबह 7 बजे तक कर दी सीलिंग की कार्रवाई

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: नगर निगम की टीम के द्वारा बृहस्पतिवार को सुबह दिन निकलते ही भारी पुलिस फोर्स के साथ डीएन कॉलेज की 44 दुकानों पर टैक्स वसूली जमा नहीं करने को लेकर सीलिंग की बड़ी कार्रवाई कर दी। कॉलेज की इन सभी दुकानों को किराये पर दिया हुआ है। जबकि कुछ किरायेदार स्कूल प्रबंधन को समय पर किराया जमाकर रसीद भी प्राप्त कर रहे हैं। ऐसी दुकानों पर भी निगम द्वारा बिना जांच पड़ताल के ही सीलिंग कर दी गई। मामले की जानकारी मिलने पर महानगर के विभिन्न व्यापारी संगठनों के पदाधिकारी एवं

सदस्य निगम के द्वारा गुपचुप तरीके से की गई कार्रवाई के विरोध में नगर निगम कार्यालय पहुंचे और नगरायुक्त से इस तरह की कार्रवाई का विरोध कर हंगामा काटा। बाद में किरायेदार, स्कूल की शिक्षा प्रबंध समिति एवं निगम के अधिकारियों के बीच बैठकर वार्ता हुई। जिसके बाद 50 प्रतिशत टैक्स वसूली जमा करने के बाद दुकानों की सीलिंग खोल दी जायेगी। बकाया 50 प्रतिशत भी जल्द ही टैक्स वसूली का जमा करा दिया जायेगा, तब जाकर हंगामा शांत हुआ।

नगर निगम के वार्ड-49 में डीएन कॉलेज की 41 दुकानें बनी हैं। इन दुकानों को डीएन कॉलेज की प्रबंध समिति के द्वारा दुकानदारों को किराये पर दिया हुआ हैंं। इन दुकानों कुछ दुकानदारों के द्वारा प्रबंध समिति को किराया देकर रसीद प्राप्त की गई। कुछ दुकानदारों के द्वारा किराया जमा नहीं किया गया। इसमें दुकानों का नगर निगम का टैक्स नगर निगम में समय पर जमा नहीं किया गया।

जिसमें आठ लाख 64 हजार 493 रुपये बकाया हो गये, जोकि जमा नहीं हो सके। जिसको लेकर निगम ने स्कूल प्रबंध समिति के बैंक खाते पर सीलिंग की प्रक्रिया शुरू करने के साथ ही डीएन कॉलिज की इन दुकानों से टैक्स वसूली नहीं होने पर नगर निगम ने बृहस्पतिवार सुबह करीब सात बजे भारी पुलिस फोर्स के साथ दुकानदारों के दुकानों पर पहुंचने से पूर्व ही सीलिंग की कार्रवाई शुरू कर दी।

जैसे ही दुकानदारों एवं कॉलेज प्रबंध समिति एवं व्यापारियों को मामले की जानकारी हुई तो वह भी मौके पर पहुंच गये। उन्होंने निगम के द्वारा इस तरह की कार्रवाई का विरोध किया हंगामा बढ़ता देख सीलिंग की कार्रवाई करते हुये आनन-फानन में टीम वहां से वापस लौट गई। जिसके बाद दुकानदार, कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य वहीं महानगर के विभिन्न व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारी एकत्रित होकर नगर निगम पहुंचे और उन्होंने नगरायुक्त के कार्यालय में गुपचुप तरीके से सीलिंग की कार्रवाई का आरोप लगा जमकर हंगामा काटा।

इसमें नगरायुक्त अमित पाल शर्मा ने कहा कि मार्च महीने में हर सूरत में टैक्स वसूली का रुपया नगर निगम को जमा करना होता है। वहीं, व्यापारियों एवं कॉलेज प्रबंध समिति के सदस्य एवं दुकानदारों के बीच शांतिपूर्वक बैठकर बातचीत हुई। अधिकतर किरायेदारों का कहना था कि वह किराया समय पर प्रबंध समिति को देकर रसीद प्राप्त कर रहे हैं। वहीं, प्रबंध समिति का कहना था कि कुछ दुकानदारों पर किराये से अधिक का हाउस टैक्स बन रहा है। जिसको लेकर मामला भी दुकानादारों एंव प्रबंध समिति के बीच चला हुआ है।

प्रबंध समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया कि टैक्स वसूली का रुपया जमा करने के लिये 65 प्रतिशत किराया दुकानदार एवं 35 प्रतिशत प्रबंध समिति नगर निगम में जमा करेगी। वहीं, 50 प्रतिशत तत्काल जमा कराया जायेगा। जिसके बाद नगर निगम के द्वारा लगाई गई सीलिंग को हटा दिया जायेगा और शेष 50 प्रतिशत भी जल्द जमा कराया जायेगा। वहीं, इस संबंध में अपर नगरायुक्त ममता मालदीप ने बताया कि मार्च का महीना चल रहा है।

जिसमें टैक्स वसूली का लक्ष्य पूरा करने के क्रम में ही यह कार्रवाई की गई थी। टैक्स का रुपया जमा होते ही सीलिंग को हटा दिया जायेगा। इस दौरान डीएन कॉलेज के प्रबंध समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता, महानगर अध्यक्ष संयुक्त व्यापार मंडल नवीन गुप्ता, सुधांशु महाराज, दलजीत सिंह, राजीव गोयल, अशोक रस्तोगी, अंकित गुप्ता, प्रदीप शर्मा, सतेंद्र आदि मौजूद रहे।

नगर निगम ने की सीलिंग की कार्रवाई

गुरुवार को नगर निगम की टीम ने टैक्स वसूली के लिये अभियान चलाया। टीम ने गढ़ रोड स्थित मंगलपांडेनगर स्थित भाग्यश्री हॉस्पिटल पर 22 लाख रुपये के टैक्स बकाया वसूली को लेकर सीलिंग की कार्रवाई की। जिसमें हॉस्पिटल के कुछ हिस्से को सील किया गया। वहीं, मौके पर तीन लाख रुपये का चेक देने पर केवल सीटी कक्ष को सीलिंग कर टीम लौट आई। वहीं, लोगों का कहना था कि नगर निगम की तरफ से सीलिंग की कार्रवाई से कोई चेतावनी देने जैसा कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था।

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