- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया गोड़धोइया नाला का निरीक्षण
- नाले के अंतिम छोर पर बनाएं छोटा तालाब व वाटर स्पोर्ट्स बॉडी : मुख्यमंत्री
- नाले के दोनों किनारे बोल्डर पिचिंग व दोनों तरफ बनने वाली सड़क पर पौधरोपण कराने का निर्देश
- नाले में कूड़ा न फेंकने के लिए नागरिकों को किया जाए जागरूक: सीएम योगी
गोरखपुर/लखनऊ ब्यूरो: दशकों तक उपेक्षा और गंदगी का पर्याय बना रहा गोड़धोइया नाला स्वच्छता, जलनिकासी की सुविधा और सौंदर्य का प्रतिमान बने, हमारी कोशिश अब इस दिशा में होनी चाहिए। नाले की तल्लीझार सफाई, दोनों तरफ सड़क निर्माण और पौधरोपण का काम करवाने के साथ ही अधिकारी नागरिकों को इस बात के लिए भी जागरूक करें कि नाले में कूड़ा न फेंका जाए।
यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार अपराहन गोड़धोइया नाला के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहीं। चारफाटक ओवरब्रिज के समीप बिछिया मोहल्ले में गोड़धोइया नाले का अवलोकन व यहां चल रहे सफाई कार्य का जायजा लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस नाले के सुंदरीकरण का प्रोजेक्ट महानगरवासियों के लिए कई मायने में महत्वपूर्ण है। नाले के कायाकल्प के बाद महानगर में पचास फीसद आबादी की जल निकासी की समस्या का समाधान हो जाएगा। साथ ही यह शहर के खूबसूरत स्थलों में भी शामिल होगा।
उन्होंने कहा कि नाले के दोनों तरफ पक्की सड़क बनाई जाए और सड़कों के किनारे पर्याप्त पौधरोपण कराया जाए। सीएम ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि नाले के दोनों किनारे बोल्डर पिचिंग कराएं ताकि बरसात में पानी का फ्लो अधिक होने पर कटान न होने पाए। उन्होंने प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिए कुछ स्थानों पर जालियां भी लगाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे आवश्यक है कि हम नागरिकों को भी लगातार जागरूक करते रहें कि वह अपने घरों का कूड़ा नाले में न फेंके। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी विजय किरन आनंद व नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि नाले के दोनों तरफ सात-सात मीटर की पक्की सड़क बनाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि इस नाले का कायाकल्प 900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर कराया जा रहा है।
गोड़धोइया नाला का रूट मैप देख दिए कई महत्वपूर्ण निर्देश
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोड़धोइया नाला का रूट मैप भी देखा और कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने बताया कि नौ किलोमीटर की लंबाई वाले इस नाले की छह पोकलेन मशीनों से सफाई कराई जा रही है। काफी कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्यों को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। नगर आयुक्त व अन्य अधिकारियों से जानकारी लेने के दौरान सीएम योगी ने कहा कि नाले के अंतिम छोर पर जहां वह रामगढ़ताल में मिलता है|
वहां एक छोटा तालाब भी विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नाले के अंतिम छोर पर ही बच्चों व युवाओं के मनोरंजन के लिए वाटर स्पोर्ट्स बॉडी भी बनाने की दिशा में काम करें। इस अवसर पर महापौर सीताराम जायसवाल, सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ला, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, एसएसपी डॉ विपिन ताडा, नगर निगम के उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा आदि भी मौजूद रहे।
बनवाएंगे मकान, स्कूल जाने का भी होगा इंतजाम : सीएम योगी
गोड़धोइया नाले के निरीक्षण के अवसर पर मुख्यमंत्री की नजर नागरिकों व बच्चों के समूह पर पड़ गई। निरीक्षण करते हुए वह नाले पर बने पुल के दूसरी तरफ पहुंचे और नागरिकों से संवाद करते हुए उनका हालचाल जाना। वहां मौजूद दो-तीन बच्चों से उन्होंने उनका नाम पूछा और सवाल किया स्कूल जाते हो या नहीं? एक बच्चे ने उन्हें बताया कि स्कूल में दाखिला नहीं हुआ है।
उसने भावुकतापूर्ण अंदाज में यह भी कहा, महाराज जी हमारा मकान नहीं है। सीएम योगी बेहद संजीदा हो गए और और बच्चे के माथे पर हाथ फेरते हुए बोले, “चिंता मत करो। हम मकान भी बनवाएंगे और स्कूल जाने का इंतजाम भी करेंगे।” मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद स्थानीय पार्षद को उस बच्चे का स्कूल में एडमिशन कराने का निर्देश दिया।