- बिना रजिस्ट्रेशन के खिलाड़ियों को नहीं दिया जा रहा स्टेडियम में प्रवेश
- 600 से ज्यादा खिलाड़ी करा चुके हैं रजिस्ट्रेशन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पिछले चंद दिनों मे ही कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम का माहौल बदल गया है। अब यहां बिना रजिस्ट्रेशन के किसी भी खिलाड़ी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वहीं जिन खिलाड़ियो को अंदर जाने की इजाजत है उनको भी पूरी तलाशी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। यह सब प्रांतीय क्रीड़ा अधिकारी की सख्ती का नतीजा है। उन्होंने स्टेडियम के गेट पर हुई चाकूबाजी की घटना के बाद फिर से ऐसी घटना की पुर्नवृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं।
स्टेडियम में बिना रजिस्ट्रेशन के खिलाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। अब जिस भी खिलाड़ी को स्टेडियम में प्रैक्टिस करने आना है तो सबसे पहले उसे अपना रजिस्ट्रेशन कार्ड दिखाना होगा। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि पहले यहां पर खिलाड़ियों के साथ अन्य युवक भी बिना किसी अनुमति के धड़ल्ले से घुस आते थे। यह युवक स्टेडियम में प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ियों के लिए भी परेशानी पैदा करते थे।
अब स्टेडियम प्रशासन ने केवल उन खिलाड़ियों को ही स्टेडियम में प्रवेश करने की अनुमति दी है जिनके पास रजिस्ट्रेशन कार्ड है। वहीं स्टेडियम में अपना रजिस्ट्रेशन कराने वाले खिलाड़ियों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। सोमवार तक ही 632 खिलाड़ी अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके थे जो लगातार जारी है। रजिस्टेÑशन फीस की बात की जाए तो 18 साल से कम आयु के खिलाड़ी के लिए 200 रुपये सालाना जबकि उससे उपर की उम्र वाले खिलाड़ियों के लिए 200 रुपये प्रतिमाह की फीस है।
चल रही अवैध एकेडमियों पर लगी रोक
एक सप्ताह में स्टेडियम के माहौल बदलने का असर भी साफ देखा जा रहा है। बताया जा रहा है पहले यहां पर सेना में भर्ती के नाम पर युवाओं की तैयारी करायी जाती थी। इसके बदले उन युवाओं से फीस भी वसूली जाती थी, लेकिन अब इस पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही जैवलिन थ्रो की प्रैक्टिस कराने वाले कुछ लोग भी यहां पर अवैध रूप से एकेडमी चला रहे थे।
जिनके द्वारा खिलाड़ियों से पैसे वसूले जा रहे थे। करीब तीन माह पहले एक घटना भी सामने आई थी जब फेंकी गई जैवलिन एक खिलाड़ी के बिल्कुल पास से होकर गुजर गई थी। जिसमें खिलाड़ी बाल-बाल बचा था। उस समय आरएसओ रहे गादधर बारीकी ने इस मामले को लेकर कदम उठाने की कोशिश की थी, लेकिन यह रुका नही था।
स्टेडियम में पहले जो चलता रहा है वह अब नहीं होगा। हम स्टेडियम में पूरी तरह से अनुशासन कायम करने के लिए काम कर रहे हैं। किसी भी बाहरी व्यक्ति को बिना अनुमति के स्टेडियम में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। यह खिलाड़ियों के हित में है और हम इसका पालन कराएंगे। -योगेन्द्र पाल सिंह, प्रांतीय क्रीड़ा अधिकारी।
सिंथेटिक ट्रैक को मुख्यमंत्री से मिले ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेन्द्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सोमवार को ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर ने मुलाकात की और मुख्यमंत्री से कई मांग उनके सामने रखी। एथलेटिक्स सिंथेटिक रनिंग ट्रैक समेत कई मांग की गई। ऊर्जा मंत्री डा. सोमेंद्र तोमर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मेरठ दौरे के लिए सर्वप्रथम उनका धन्यवाद किया और अपने विधानसभा क्षेत्र मेरठ दक्षिण में स्थित गगोल तीर्थ और शहीद स्मारक के सौंदर्यीकरण एवं
वहां पर अमर शहीदों की गरिमा को बढ़ाने के लिए एक संग्रहालय की स्थापना, लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज मेरठ को एसजीपीजीआई की तर्ज पर उच्चीकृत कर स्वायत्तशासी संस्थान बनाने, औद्योगिक क्षेत्र के लिए विशेष पैकेज, साकेत चौराहा स्थित सीमेंट एवं कंक्रीट से निर्मित अमर शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर की प्रतिमा को धातु एवं ऊपर से कवर करके उसका सौंदर्यीकरण, नकली एस्ट्रॉयड बेचने वाले आरोपियों खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने, मेरठ के परतापुर स्थित डा. भीमराव अंबेडकर हवाई पट्टी से जल्द हवाई उड़ान के लिए, एथलेटिक्स सिंथेटिक रनिंग ट्रैक की कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में स्थापना के लिए मुख्यमंत्री को मांग पत्र दिया। मुख्यमंत्री ने सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वस्त किया।