- निगम की लापरवाही से नाला सफाई ही नहीं नाला निर्माण में भी की जाती है नियमों की अनदेखी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद को इस बार सड़कों पर हुए दूषित पानी के जलभराव ने जोर का झटका दिया है। जिसमें निगम के अधिकारियों की लापरवाही के चलते वाहन चालकों को इस बार भारी नुकसान उठाना पड़ा। जहां एक तरफ घर एवं दुकानों के साथ अन्य प्रतिष्ठानों में जलभराव से भारी आर्थिक नुकसान शहर वासियों को हुआ।
वहीं दूसरी तरफ जलभराव के बीच सड़कों पर फंसे वाहनों के इंजन खराब होने से करोड़ों रुपये का फटका वाहन चालकों को लगा। जिसमें अब शहर के लोग निगम के अधिकारियों को जमकर कोस रहे हैं। आखिर वाहनों के इंजन में हुई खराबी के बाद लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
शासन से भारी भरकम बजट मिलने व निगम के रिकॉर्र्ड में उसे खर्च करने के बाद धरातल पर वास्तविक स्थिति में बद से बदतर नजर आ रहा है। निगम के रिकॉर्ड में 90 वार्ड हैं। जिसमें देश की आजादी के बाद वर्तमान में कुछ वार्डों के विकास कार्यो को छोड़ दिया जाये तो अधिकतर वार्डों में हालात बद से बदतर बने हुए हैं। निगम द्वारा शहर के विकास पर प्रतिवर्ष अरबो रुपया खर्च किया जाता है,
जिसमें अधिकतर रुपया सड़क एवं नाला निर्माण के साथ साफ-सफाई व्यवस्था पर खर्च किया जाता है। उसके बावजूद आज तक न तो शहर की सड़कों के हालात ही सुधर सके ओर न ही सफाई व्यवस्था पटरी पर आ सकी। जिसमें शहर की सफाई व्यवस्था जहां बेपटरी बनी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ शहर का कूड़ा निस्तारण को लेकर भी एनजीटी कोर्ट में निगम बुरी तरह से फंसी हुई है।
गांवड़ी स्थित वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट के संचालन को लेकर नगरायुक्त एवं महापौर आमने सामने हैं, यह जग जाहिर है। बेपटरी सफाई व्यवस्था के चलते लोगों के घरों से निकलने वाला कूड़ा नाली एवं नालों में भर जाता है। जोकि बरसात के समय परेशानी का सबब बनता है। जिसका असर इस बार बरसात में खूब देखने को मिला। इस बार बारिश में हजारों की संख्या में दुपहिया वाहन एवं ई-रिक्शा एवं स्कूटी के साथ ही चार पहिया वाहन के इंजनों में सड़कों पर हुए जलभराव के कारण पानी भर गया।
जिसके चलते वाहन चालकों को करोड़ों रुपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। शहर निवासी सलीम ने कहा कि बाइक खराब हो गई। दिनेश ने बताया कि उसका स्कूटर खराब हो गया। सुनील कुमार ने बताया कि उसका ई-रिक्शा जलभराव में खराब हुआ। इस तरह न जाने कितने लोगों के वाहन जलभराव में खराब हुए हैं। शहर में जलभराव से लोगों को आखिर कब निजात मिलेगी उसके लिये नगरायुक्त अमित पाल शर्मा से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।