Tuesday, June 10, 2025
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छह को गुल हो जाएगी पूरे शहर की बत्ती

  • बिजली कर्मचारियों का सामूहिक इस्तीफे का एलान
  • नए फरमान के विरोध में संविदा कर्मचारी दो-दो हाथ के मूड में

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: छह अप्रैल को पूरे शहर की बत्ती गुल हो जाएगी। 15 सौ बिजली कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफे का एलान कर दिया है। इस सारे फसाद की जड़ मवाना व हस्तिनापुर डिविजन में काम करने वाले संविदा बिजली कर्मचारियों पर लटक रही बर्खास्तगी की तलवार है। इसके विरोध में जनपद भर के बिजली विभाग के संविदा कर्मचारियों में जबरदस्त उबाल है।

ये है मामला

पीवीवीएनएल के ईडीयू सेकंड मवाना व हस्तिनापुर में काम कर रहे 52 कर्मचारियों की जगह नई कंपनी दूसरे कर्मचारी रखेगी। इस फरमान के जारी होने के बाद तमाम संविदा कर्मचारियों में इसको लेकर उबाल है। शुक्रवार को विद्युत कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश मोहम्मद कासिफ, दिनेश कुमार, रियाजुद्दीन, अनिल कुमार, रामभूल सैनी तथा कर्मचारी नेता एक्सईएन से मिलने को हस्तिनापुर गए थे। कर्मचारी नेता भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्होंने एक्सईएन अजीत कुमार को ज्ञापन देकर मवाना व हस्तिनापुर ईडीयू के जिन 52 कर्मचारियों को बर्खास्तगी का फरमान सुनाया है, उनकी बर्खास्ती का फरमान वापस लिया जाना चाहिए।

बात ना बनी तो इस्तीफे

कर्मचारी नेता भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि यदि बात नहीं बनी तो फिर छह अप्रैल को मेरठ जनपद के करीब 15 सौ संविदा कर्मचारी अपने इस्तीफे चीफ व एससी को थमा देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि जो कर्मचारी लंबी सेवाएं दे चुके हैं, उनकी नौकरी छीनी जा रही है। यह स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि अधिकारी संयम से काम लेंगे, आदि ने भी अफसरों आग्रह किया कि प्राइमवन कंपनी के ठेकेदार से बात करें।

मई की गर्मी और बत्ती गुल, बिजली अफसर आउट आफ रेंज

मई की जानलेवा गर्मी उस पर बत्ती का गुल हो जाना और अफसरों का मोबाइल नंबर रिसीव न करना या फिर आउट आॅफ रेंज हो जाना। आसानी से समझा जा सकता है कि मई के महीने में गांव देहात का इलाका जहां आमतौर पर इनवर्टर की सुविधा सभी के पास नहीं होती, वहां यदि रात के वक्त लाइट गायब हो जाए तो लोगों क्या बीतेगी। बढ़ला, कैथवाड़ी व सिसौली के बिजली उपभोक्ताओं की यदि बात की जाए तो करीब चार हजार उपभोक्ता शुक्रवार की रात 11 हजार की लाइन में आए फाल्ट की वजह से हलकान रहे।

ये हुआ था

ईडीसी-सेकंड मेडिकल के सिसौली बिजलीघर गढ़ रोड रूलर-फोर्थ का सिसौली गांव के फीडर की 11 हजार की लाइन अचानक फाल्ट हो गयी। मसलन उसमें शार्ट सर्किट हो गया। इसका साइड इफेक्ट यह हुआ कि बढ़ला कैथवाड़ी व सिसौली गांव अंधेरे में डूब गया। कुछ देर लोगों ने इंतजार किया। जब काफी वक्त बीत गया तो बिजली आने के इंतजार में गर्मी से बेहाल पूरा गांव सड़कों पर बाहर निकल आया। लोगों ने बताया कि उन्होंने एक्सईएन सचिन कुमार व एसडीओ मेडिकल रविंद्र यादव के नंबरों पवर काल करना शुरू कर दिया,

लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। एक दो ने नहीं बल्कि दोनों गांवों के बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने जो नंबर उन्हें बिजली घर से मिले थे उन पर लगातार कॉल करते रहे, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। कुछ ने बताया कि उन्होंने तो एससी तक को सरकारी नंबर मिला दिया, लेकिन मुसीबत जस की तस बनी रही। कोई भी अधिकारी उनकी गुहार सुनने को आगे नहीं आया।

अफसरों ने नहीं की कोशिश

ग्रामीणों ने बताया कि पावर अफसर चाहते तो गर्मी से बेहाल उपभोक्ताओं को बिजली दी जा सकती थी। ज्यादा कुछ नहीं करना था बस इतना करना था कि जंगल के इलाके के फीडर से दोनों गांव के आबादी वाले इलाके के जंफर जोड़ दिए जाते और लोगों को गर्मी से निजात दिला देते। रात के वक्त में जंगल में वैसे भी लाइन की इतनी जरूरत नहीं होती है। परेशान लोगों ने आरोप लगाया कि अफसरों ने चाहा ही नहीं वर्ना जंगल वाले फीडर से जंफर को जोड़ा जा सकता था।

कम से कम रात तो सकून से कट जाती, लेकिन अफसरों को शायद नींद प्यारी थी। लोगों का कहना था कि अफसरों को कोई कुछ करना था। उन्हें तो बस अपने स्टाफ के लाइनमैन व अन्य लड़कों को जंगल वाले फीडर से गांव के जंफर जोड़ने को कहना था, लेकिन ऐसा हो ना सका। लोग गर्मी से हलकान रहे।

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