नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनेता है। आज मंगलवार को हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता शशि कपूर की 87वीं जयंती है। शशि कपूर बॉलीवुड के एक शानदार अभिनेता थे, जिनकी अदाकारी और व्यक्तित्व ने उन्हें दर्शकों के दिलों में एक खास स्थान दिलाया। जब शशि कपूर ने इस दुनिया को अलविदा कहा, तब हिंदी सिनेमा को बहुत बड़ा झटका लगा था। आज भी उनकी फिल्में और डायलॉग लोगों के दिलों में जिंदा हैं। उनका जन्म आज उनकी जयंती पर हम उनके जीवन और करियर के बारे में कुछ खास बातें जानते है।
अभिनेता शशि कपूर का परिवार
दरअसल, शशि कपूर हिंदी सिनेमा के सबसे पहले और सबसे बड़े परिवार ‘कपूर खानदान’ की दूसरी पीढ़ी का हिस्सा थे। शशि कपूर के निधन के साथ ही पृथ्वीराज कपूर के परिवार की दूसरी पीढ़ी का अंत हो गया, क्योंकि शशि पृथ्वीराज कपूर के सबसे छोटे बेटे थे। उन्होंने मशहूर अभिनेत्री जेनिफर केंडल से शादी की। इस शादी से उन्हें तीन बच्चे कुणाल कपूर, करण कपूर और संजना कपूर पैदा हुए। कुणाल कपूर ने शीना सिप्पी से शादी की। शीना मशहूर फिल्म निर्माता-निर्देशक रमेश सिप्पी की बेटी हैं। उन्होंने अपने बेटे का नाम सिनेमा में कपूर खानदान की नींव रखने वाले पृथ्वीराज कपूर के नाम पर रखा, जहान पृथ्वीराज कपूर है। उनकी बेटी का नाम सायरा है। शशि कपूर के दूसरे बेटे करण कपूर ने लोरना से शादी की और जाक कपूर और आलिया कपूर नाम के उनके दो बच्चे हैं। शशि कपूर की तीसरी संतान संजना कपूर ने दो शादियां कीं। पहली शादी उन्होंने निर्माता-अभिनेता आदित्य भट्टाचार्य से की। दूसरी शादी उनकी वाल्मीक थापर से हुई, इस शादी से उन्हें एक बेटा हमीर थापर है।
शशि कपूर का करियर
शशि कपूर अपने करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में की थी। उन्होंने अपने पिता पृथ्वीराज कपूर द्वारा निर्देशित और निर्मित नाटकों में अभिनय किया और बाद में 1940 के दशक के अंत में शशिराज के नाम से बाल कलाकार के रूप में शुरुआत की। बाल कलाकार के रूप में उनकी सबसे प्रसिद्ध भूमिकाएं आग (1948) और आवारा (1951) में थीं, जहां उन्होंने अपने बड़े भाई राज कपूर द्वारा निभाए गए किरदारों की युवा भूमिकाएं निभाई थी।
इन फिल्मों में किया काम
शशि कपूर ने दीवार, कभी-कभी, नमक हलाल, सत्यम शिवम सुंदरम, शर्मीली और शान जैसी कुछ ब्लॉकबस्टर फिल्मों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। शशि कपूर उन चंद बॉलीवुड अभिनेताओं में से एक थे, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में सफलतापूर्वक कदम रखा। उन्होंने 12 अंग्रेजी भाषा की फिल्मों में काम किया। उन्होंने मर्चेंट-आइवरी प्रोडक्शंस के साथ बड़े पैमाने पर सहयोग किया, जिसमें द हाउसहोल्डर, शेक्सपियर वाला, बॉम्बे टॉकी, हीट एंड डस्ट जैसी प्रशंसित फिल्मों में अभिनय किया। शशि कपूर की लोकप्रियता सिर्फ बॉलीवुड तक ही सीमित नहीं थी, वे हॉलीवुड में भी एक जाना-पहचाना चेहरा थे।
अभिनेता का प्रोडक्शन हाउस
बता दें कि, शशि कपूर ने 1970 के दशक के अंत में फिल्म वालास नाम से अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस स्थापित किया। इस बैनर के जरिए उन्होंने कई बेहतरीन फिल्में बनाईं, जो कमर्शियल बॉलीवुड मसाला फिल्मों के बजाय सार्थक और ऑफबीट सिनेमा पर केंद्रित थीं। फिल्म वालास के तहत निर्मित कुछ बेहतरीन फिल्मों में जुनून, कलयुग, विजेता, 36 चौरंगी लेन और उत्सव शामिल हैं।
शशि कपूर को पद्म भूषण से किया सम्मानित
2011 में शशि कपूर को कला-सिनेमा में उनके योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। 2015 में उन्हें 2014 दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिससे वे पृथ्वीराज कपूर और राज कपूर के बाद भारतीय सिनेमा में सर्वोच्च पुरस्कार प्राप्त करने वाले अपने परिवार के तीसरे सदस्य बन गए।