- आगामी अक्टूबर को कचहरी में बड़ा प्रदर्शन करने की घोषणा
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: तीन कृषि बिलों और किसान समस्याओं को लेकर पिछले दिनों कलक्ट्रेट का घेराव करने पर प्रशासन द्वारा रालोद नेताओं पर दर्ज कराये गये मुकदमों को लेकर अब आरपार की जंग की तैयारी को रालोद ने अंतिम रणनीति तक पहुंचाने का काम किया है।
राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष अजित राठी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के किसान विरोधी अध्यादेशों के कारण स्थिति संकट में हो चली है। ऐसा लग रहा है कि सरकार किसानों को मजदूर बनाना चाहती है।
सरकुलर रोड स्थित राष्ट्रीय लोकदल कार्यालय पर गुरूवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में जिलाध्यक्ष अजित राठी ने कहा कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. अजित सिंह एवं जयंत चौधरी के आह्वान पर रालोद तीनों कृषि बिलों का पूरे उत्तर प्रदेश में जमकर विरोध कर रहा है।
उन्होंने प्रशासन पर भी आरोप लगाया कि वह दोहरे मापदंड अपना रहा है और डंडे के जोर पर व्यवस्था को चलाने की कोशिश की जा रही है, प्रशासन की इस तुगलकी व्यवस्था को रालोद द्वारा चलने नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि वस्तुत: भाजपा का यह कार्य कानून बनाकर जमीन छीनने का कार्य है।
इस अवसर पर वरिष्ठ रालोद नेता और पूर्व विधायक राजपाल बालियान ने कहा कि हमेशा आंदोलन मजबूरी में किये जाते है। सरकार ने किसानों को नुकसान पहुंचाकर विपक्ष को लड़ने पर मजबूर कर दिया है।
उन्होंने उल्लेख करते हुए कहा कि 24 सितम्बर को प्रशासन ने हमारे वाहन कार्यालय में खडे कराकर कचहरी जाते हुए हम पर मुकदमे कायम कर दिये थे, जबकि हमारा कोई कुसूर नहीं था लेकिन फिर भी हमें प्रचार बहुत मिला। उन्होंने घोषणा की कि आगामी 8 अक्टूबर को राष्ट्रीय लोकदल कचहरी प्रागंण में एक बड़ा प्रदर्शन करेगा और सरकार की नीतियों का पुरजोर विरोध करेगा।
प्रेस वार्ता में पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, ब्रहम सिंह बालियान, नौशाद, ब्रजवीर सिंह, हरेंद्र राठी, पंकज राठी, मौ. अकरम, राव साहब, प्रदेश सचिव अशोक बालियान, विकास बालियान, नौशाद, ब्रजवीर सिंह, हरेंद्र राठी, पंकज राठी, मौ. अकरम, राव साहब, प्रदेश सचिव अशोक बालियान, विकास बालियान, मास्टर उदयवीर, संजय राठी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।