जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कुश्ती संघ की मान्यता रद्द होने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ WFI को चलाएगा। इसके लिए IOA ने तीन सदस्यीय एक एड हॉक कमेटी बनाकर कुश्ती फेडरेशन चलाने की जिम्मेदारी सौंप दी है। आईओए ईसी सदस्य भूपेंद्र सिंह बाजवा को अध्यक्ष बनाया गया है। साथ इस एड हॉक कमेटी में एमएम सोमाया सुश्री मंजूषा कंवर को सदस्य नामित किया गया है।
आपको बता दें कि गॉडविन ग्रुप के निदेशक भूपेंद्र सिंह बाजवा को दूसरी बार ये बड़ा दायित्व सौंपा गया है। इससे पहले पहलवानों के आंदोलन से उपजे हालत के बीच उन्हें एडहॉक कमेटी का हेड बनाया गया था। उन्होंने ओपन ट्रायल्स सफलता पूर्वक कराके आईओए व खेल मंत्रालय की वाहवाही हासिल की थी।
आईओए की कार्यकारिणी परिषद के सदस्य भी हैं भूपेंद्र सिंह बाजवा। एशियाई खेलों के चीफ डी मिशन के रूप में उनके नाम एक उपलब्धि दर्ज हुई। भारत ने एशियाई खेलों में रिकार्ड तोड़ सफलता हासिल करते हुए 107 मेडल जीते थे।
विदित रहे कि इसी साल अप्रैल महीने में भी पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के चलते दो सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया था। इस समिति में IOA कार्यकारी परिषद के सदस्य भूपेंद्र सिंह बाजवा और संघ की उत्कृष्ट योग्यता वाली खिलाड़ी सुमा शिरूर को शामिल किया गया था।
दरअसल, कुश्ती महासंघ में लंबे समय से जारी विवाद के बीच खेल मंत्रालय ने रविवार को न सिर्फ WFI की मान्यता रद्द की, बल्कि संघ के नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह को भी सस्पेंड कर दिया। मंत्रालय ने यह कार्रवाई कुश्ती संघ जूनियर नेशनल चैंपियनशिप को उत्तर प्रदेश के गोंडा में कराने का ऐलान के बाद की।