Friday, July 5, 2024
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डेटा एनालेसिस में कॅरियर की संभावनाएं

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जब भी डाटा की चर्चा होती है तो विभिन्न प्रकार के न्यूमेरिकल इन्फॉरमेशन दिमाग में एक साथ दौड़ जाते हैं। सांख्यिकी डाटा का विज्ञान है और इस विज्ञान में प्राय: यह कहा जाता है कि सभी डाटा सांख्यिकी नहीं होते हैं, लेकिन सभी सांख्यिकी डाटा होते हैं। इसको ऐसे भी कह सकते हैं कि जितने भी डाटा हम अपने जीवन में यूज करते हैं, वे सभी उसी रूप में प्रत्यक्ष रूप में उपलब्ध नहीं होते हैं। विभिन्न प्रकार के आंकड़ों को संग्रहीत करने के बाद उसे संगठित किया जाता है, उनको करेक्ट किया जाता है, जिसे एडिटिंग कह सकते हैं, फिर उन्हें क्लेसिफाई किया जाता है। क्लेसिफाई का अर्थ संग्रहित आंकड़ों को उनकी कॉमन विशेषताओं के आधार पर विभिन्न वर्गों में बांटा जाता है। फिर उनका एनालेसिस किया जाता है। इस प्रकार के प्रोसेस से संग्रहित आंकड़ों से अंत में वांछित रिजल्ट्स प्राप्त किए जाते हैं, जिस प्रक्रिया को इंटरप्रेटेशन कहा जाता है।

मॉडर्न युग डाटा का युग है। डाटा डायरेक्टली इकोनॉमी के ग्रोथ को प्रभावित करता है। डाटा की स्पीड और डाटा तक हमारी एकसेसीबिलिटी हमारी लाइफ स्टाइल और डेवलपमेंट के स्टैंडर्ड को निर्धारित करती है। मोबाइल के डाटा से लेकर कंप्यूटर का डाटा और विभिन्न डिपार्टमेंटस से लेकर जीवन के प्राय: सभी सेगमेंट्स में डाटा अब जीवन की सांस की तरह अहम हो गया है।

इन्फॉरमेशन टेक्नॉलजी के मॉडर्न युग में संग्रहित आंकड़ों से अपने यूज के लिए रिजल्ट्स प्राप्त करने के लिए डाटा का एनालेसिस किया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर प्रोग्राम्स के इस्तेमाल किए जाते हैं। डाटा से इस प्रकार अपने यूज के लिए रिजल्ट्स प्राप्त करने की प्रक्रिया को ही डेटा एनालेसिस कहा जाता है। यही कारण है कि डेटा एनालेसिस संग्रहित आंकड़ों के संगठन, ट्रांसफॉरमेशन और इंटरप्रेटेशन के बाद अपनी जरूरत के मुताबिक रिजल्ट्स प्राप्त करने की प्रक्रिया को कहते हैं। कलेक्टेड डाटा से विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम्स के प्रयोग से आवश्यक रिजल्ट्स प्राप्त करने की प्रक्रिया ही डाटा एनालेसिस कहलाता है।

डाटा एनालेसिस कैसे उपयोगी है?

डाटा एनालेसिस मॉडर्न बिजनेस हाउस का एक अहम हिस्सा है, जिसके माध्यम से उत्पादन को अधिकतम किया जाता है, बिजनेस में डिसिजन मेकिंग में मदद ली जाती है, रिस्क मैनेजमेंट उपायों को मजबूत और अपडेट बनाया जाता है और प्रॉफिट को अधिकतम किया जाता है। सारांश के रूप में डाटा एनालेसिस को उस प्रोसेस के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है, जिसके द्वारा संग्रहित रॉ डाटा जिसे प्राइमरी डाटा भी कहते हैं को उपयोगी रिजल्ट्स और निष्कर्ष में बदला जाता है। यही कारण है डाटा एनालेसिस से बिजनेस ग्रोथ को ऐक्सेलरैट करने और प्रॉफिट को मैक्सीमाइज करने के कार्य में काफी सहायता प्राप्त होती है। डाटा एनालेसिस केवल बिजेनस और फाइनेंस सेक्टर में ही नहीं, बल्कि एग्रीकल्चर, हेल्थ सेक्टर, ई-मार्केटिंग, बैंकिंग, रीटेल मार्केटिंग, गवर्नमेंट सेक्टर में भी बड़े पैमाने पर उपयोग में लाया जाता है।

डाटा एनालेसिस की प्रक्रिया

डाटा एनालेसिस का सबसे पहला स्टेप किसी विशेष डोमेन से डाटा कलेक्शन का होता है। इस प्रकार से प्राप्त डाटा को रॉ डाटा या प्राइमेरी डाटा कहा जाता है। प्राप्त रॉ डाटा को संगठित किया जाता है। इसके अंतर्गत आंकड़ों से अशुद्धियां दूर की जाती हैं। फिर इन आंकड़ों को क्लेसिफाई किया जाता है, जिसका अर्थ यह है कि डाटा को उनकी विशेषता के आधार पर विभिन्न वर्गों में बांटा जाता है। इसके बाद डाटा का विश्लेषण किया जाता है। इसके अंतर्गत विभिन्न स्टटिस्टिकल मेथड्स और प्रोग्राम्स के एप्लीकेशन से आंकड़ों से रिजल्ट्स प्राप्त किए जाते हैं और उन्हें डाइग्राम्स और ग्राफ़्स के माध्यम से दर्शाया जाता है, जिससे डाटा का कम्पेरिटव स्टडी संभव हो पाता है।

आवश्यक कौशल

एक सफल डाटा ऐनलिस्ट के रूप में कॅरियर बनाने के लिए उम्मीदवार में निम्न कौशल का होना अनिवार्य है-

-सुदृढ़ विश्लेषण और न्यूमेरिकल दक्षता

-एसक्यूएल, हाइव, पाइथान, मैटलैब, आर, एसएएस, एसपीएसएस इत्यादि कंप्यूटर सॉफ्टवेयर्स और प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज के साथ-साथ एक्सेल डाटा कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में परफेक्ट ज्ञान

-डाटा को इंटरप्रेट करने का उत्कृष्ट ज्ञान

-प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने की हुनर

-मशीन लर्निंग का अगाध ज्ञान

-स्टेटिस्टिक्स का परफेक्ट नॉलिज

-डाटा एनालिस्ट का जॉब प्रोफाइल

-एक डाटा एनालिस्ट का जॉब प्रोफाइल मुख्य रूप से प्राइमरी डाटा के कलेक्शन से लेकर उन आंकड़ों में स्टटिस्टिकल मेथड्स और विभिन्न सॉफ्टवेयर और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का प्रयोग करके अपने इम्प्लॉइअर या क्लाइंट के लिए महत्वपूर्ण निष्कर्ष प्रदान करना होता है।

डाटा एनालेसिस में जॉब करनेवाले प्रोफेशनल का जॉब प्रोफाइल निम्नांकित होता है-

-किसी विशेष क्षेत्र में विभिन्न स्रोतों से संबंधित आंकड़ों का संग्रह करना।

-संगृहिज किए गए आंकड़ों में गलतियों को दूर करते हुए उन्हें संगठित करना।

-इन आंकड़ों को उनकी विशेषताओं के आधार पर क्लासीफाई करना।

-स्टटिस्टिकल मेथड्स और विभिन्न सॉफ्टवेयर और प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज के माध्यम से आंकड़ों का विश्लेषण करना।

-आंकड़ों को विभिन्न ग्राफ़्स और डाइग्राम्स के माध्यम से प्रजेंट करना। इससे डाटा को कंपेयर करना आसान हो जाता है।

-डाटा की व्याख्या करना और उनसे आवश्यक निष्कर्ष प्राप्त करना।

-विभिन्न विजुअलाइजेशन के माध्यम से महत्वपूर्ण सूचनाओं और रिजल्ट्स को आगे की कारवाई के लिए प्रस्तुत करना।
शुरुआत कहां से करें?

इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी के बढ़ते यूज के साथ बिजनेस और फाइनेंस सेक्टर्स के अतिरिक्त इकोनॉमी के अन्य सेगमेंट्स में डाटा एनालिसट्स की मांग तेजी से बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि डाटा ऐनलिस्ट के रूप में कॅरियर भी एक आकर्षक च्वाइस के रूप में स्थापित हो चुका है। एक डाटा ऐनलिस्ट के लिए स्टटिस्टिकल मॉडेलिंग के साथ प्रोग्रामिंग में अगाध ज्ञान को अनिवार्य योग्यता के रूप में गिना जाता है। डाटा एनालेसिस के डोमेन में कॅरियर के लिए मुख्य रूप से कंप्यूटर साइंस, इकोनोमिक्स, मैथमेटिक्स और स्टेटिस्टिक्स विषयों में प्लस टू, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्रियों की जरूरत होती है।

स्टेटिस्टिक्स और डाटा साइंस में मास्टर, बिजनेस एनालेसिस में एमबीए और डाटा एनालेसिस और बिजनेस इंटेलिजेंस में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा जैसे प्रोफेशनल कोर्स से डाटा एनालेसिस के डोमेन में स्पेशलाइजेशन के साथ कॅरियर प्रोस्पेक्ट्स काफी बढ़ जाता है। इस विधा में इंटर्नशिप से प्रत्यक्ष रूप से एक्सीपिरियन्स हासिल करने के बाद जॉब के अवसर और कॅरियर के डिमेंशन में काफी मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त टेक्निकल स्किल्स के रूप में निम्न कौशल अनिवार्य होती है-

आर और एसएएस और पाइथान इत्यादि सॉफ्टवेयर के द्वारा स्टटिस्टिकल और डाटा मॉडेलिंग का ज्ञान, टैब्लो, पावर, माइक्रोसॉफ्ट पावर बीआई, न्यूमेरिकाल सॉफ्टवेयर मैटलैब के माध्यम से डाटा विजुअलाईजेशन में प्रवीणता, स्ट्रक्चरर्ड क्वेरी लैंग्वेज (एसक्यूअल) में महारथ (इस सॉफ्टवेयर के द्वारा डाटा को आॅर्गनाइज किया जाता है), स्प्रेड्शीट्स जैसे इक्सेल इत्यादि में परफेक्ट ज्ञान।

उपर्युक्त डोमेन्स में स्किल के विकास के लिए कई प्रोफेशनल कोर्स उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त डाटा एनालेसिस की विधा में सर्टिफिकेट कोर्स भी काफी मदद कर सकते हैं-आईबीएम सर्टिफाईड डाटा ऐनलिस्ट प्रोफेशनल, पाइथान फॉर डाटा साइंस एण्ड मशीन लर्निंग बूटकैम्प, टैब्लो डेस्कटॉप सर्टिफाईड एसोशिएट, माइक्रोसॉफ्ट सर्टिफाईड पावर बीआई डाटा ऐनलिस्ट एसोशिएट।

डाटा एनालेसिस के डोमेन में सफल और लूक्रेटिव कॅरियर के लिए विभिन्न प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में प्रोफिशन्सी काफी अहम मानी जाती है। सी++, पाइथान, पीएचपी, अपाचे हडूप, जावा स्क्रिप्ट, एक्सएमअल इत्यादि प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के ज्ञान में स्पेशलाईजैशन से डाटा ऐनलिस्ट के रूप में एक शानदार कॅरियर की राहें आसान हो जाती हैं।

अवसर कहां हैं?
डाटा एनालेसिस का क्षेत्र बड़े कॉरपोरेट आॅर्गनाइजेशन से लेकर ईकॉमर्स, आईटी इंडस्ट्री, मैनेजमेंट, कंसल्टंसी और हेल्थ सेक्टर से लेकर फाइनेंस सेक्टर अर्थात इकोनॉमी के सभी सेगमेंट्स में डाटा एनालेसिस के प्रोफेशनल्स की बड़े लेवल पर जरूरत बढ़ती जा रही है। डाटा एनालेसिस में यूजी, पीजी, और डॉक्टरेट की डिग्री और अन्य सर्टिफिकेशन कोर्स कंप्लीट करने के बाद डाटा एनालेसिस के प्रोफेशनल्स लिए निम्न जॉब के अवसरों की राहें खुल जाती हैं- बिजनेस इंटेलिजेंस ऐनलिस्ट, डाटा ऐनलिस्ट एसोसिएट, एनालिटिकल कंसल्टंट, जूनियर डाटा साइंटिस्ट, डाटा आर्किटेक्ट, डाटा इंजीनियर, डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर, स्टैटिस्टिशियन

प्रमुख नियोक्ता

डाटा एनालेसिस के प्रोफेशनल्स के लिए बैंकों, फार्मासूटिकल कंपनियों, आईटी कंपनियों, निर्माता, रिटेलरर्स, सोशल मीडिया एजेंसी, हेल्थकेयर आॅर्गनाइजेशन, फाइनेंशनल फर्म, मार्केटिंग एजेंसी इत्यादि सेगमेंट्स में जॉब्स के भरपूर अवसर उपलब्ध हैं। ऐमजान, गूगल, आईसीआईसीआई बैंक, नोवर्टिस, जेपी मॉर्गन चैस, ट्विटर, याहू, एचएसबीसी, ऐक्सिस बैंक, माइक्रोसॉफ्ट, लिंकेडीन, कोटक महिंद्रा, वालमार्ट लैब्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम इत्यादि सेक्टर्स में डाटा एनालिस्ट्स के लिए कॅरियर और जॉब के प्रचुर अवसर बड़े पैमाने पर उपलब्ध हैं।
श्रीप्रकाश शर्मा


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