जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सीसीएसयू के नेताजी सुभाषचंद्र बोस प्रेक्षाग्रह में 35वां दीक्षांत समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रमा की अध्यक्षता की। बतौर मुख्य अतिथि पदमश्री वैद्य राजेश कोटेचा सचिव आयुष मंत्रालय एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय दीक्षांत समारोह में शामिल हुए।
इस दौरान कुलाधिपति, मुख्य अतिथि के साथ ही विशिष्ट अतिथि को कुलपति संगीता शुक्ला ने बुके भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान से शुरू हुआ। इस दौरान करीब 2 सौ से अधिक प्रतिभाओं का मेडल देकर कुलाधिपति ने सम्मानित किया। विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभावान छात्र एवं छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर भी सम्मानित किया। इस दौरान कस्तूरबा विद्यालय के बच्चों को फल एवं किताबों की किट देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का भी मंच से कुलाधिपति ने सम्मान किया। कुलाधिपति ने छात्र एवं छात्राओं से कहा कि जो मेडल आज आपको मिला है उसमें सबसे ज्यादा हक मां का बनता है, ऐसा नहीं कि पिता का योगदान नहीं दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। मेडल को घर जाने के बाद अपने माता पिता को समर्पित करना।
उन्होंने कहा कि गुरूजनों का सम्मान करते हुए छात्र को हमेशा नकरात्मकता से दूर रहकर सकारात्मकता की दिशा में कदम बढाते रहना चाहिए। फिर ऐसे छात्र को उन्नति एवं प्रसिद्धि प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता। उधर, सीसीएसयू मेरठ जिस तरह से विश्वस्तर पर लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है, वह बेहद सराहनीय है।
इस दौरान आनंदीबेन पटेल ने कई उदाहरण देकर समाज में फैली कुरितियों पर भी जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कम सुविधाओं में बेहतर प्रदर्शन छात्राएं करती हैं। सीसीएसयू में छात्रों का प्रतिशत 36 रहा जबकि उससे दो गुना छात्राओं का बेहतर प्रदर्शन 71 प्रतिशत रहा।