- प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड एवं नगर निगम की लापरवाही करा सकती है, बड़ा बवाल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नगर निगम एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही के चलते मुल्तान नगर में किसी भी समय बडा बवाल हो सकता है। एक फैक्ट्री के संचालन से प्रदूषण फैलने या प्रदूषण के नहीं फैलने को लेकर दो पक्षों की महिलाओं के बीच काफी समय से विवाद चला आ रहा है। मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने कुछ लोगों को मुचलका पाबंद भी किया। एक पक्ष की महिलाओं के द्वारा कार्रवाई की मांग करीब तीन महीने से की जा रही है। जबकि बुधवार को दूसरे पक्ष की महिलाओं ने भी निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।
नगर निगम मुख्यालय पर बुधवार को बागपत रोड आम्बेड़कर धर्मशाला मुल्तान नगर में प्रदूषण की समस्या को लेकर चला आ रहा विवाद बुधवार को और बढ़ गया। दोनो पक्षों की महिलाओं के द्वारा एक दूसरे पक्ष पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। मुल्तान नगर में एक फैक्ट्री में बॉल एवं रबर की चप्पल आदि बनाने के दौरान प्रदूषण फैलने का आरोप लगाते हुए लगातार तीन महीनों से महिलाओं के द्वारा विरोध दर्ज कराया जा रहा है। जिसमें उनके द्वारा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड एवं नगर निगम के अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं करने का भी आरोप लगाया जा रहा है।
दोनो ही विभाग के द्वारा मामले में अभी तक कार्रवाई के नाम पर टर्काया जा रहा है। वहीं बुधवार को दूसरे पक्ष की महिलाओं ने भी निगम मुख्यालय पर कार्रवाई नहीं करने की मांग को प्रदर्शन किया। दोनो ही विभागों की लापरवाही के चलते दो पक्षों की महिलाओं के बीच टकराव बढ़ गया है। जिसमें कोई बडा बवाल होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। एक पक्ष की महिलाओं का आरोप है,कि फैक्ट्री के प्रदूषण से उनका जीना मुहाल हो गया है। जिसमें छोटे बच्चे भी प्रदूषण की चपेट में आकर बीमार हो रहे हैं।
जबकि बुधवार को फैक्ट्री संचालिका शकुलंतला के नेतृत्व में भी काफी संख्या में महिलाएं नगर निगम पहुंची ओर दूसरे पक्ष की महिलाओं पर प्रदूषण की समस्या का बहाने उनकी फैक्ट्री का संचालन बंद कराने के सडयंत्र का आरोप लगाया। शकुंतला पक्ष की महिलाओं ने भी मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान अपर नगरायुक्त शरद पाल ने दोनो पक्षों की महिलाओं को शांत करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया।
शरद पाल ने कहा कि जांच टीम मौके पर भेजी गई थी,अभी तक जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो सकी है। उधर दोनो पक्षों की महिलाओं के बीच जिस तरह से टकराव बढ़ रहा है। इस प्रदूषण की समस्या का समाधान यदि समय रहते नहीं हुआ तो किसी भी समय बडा बवाल होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।