Friday, April 19, 2024
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कोरोना के बारे में सवाल जो संक्रमण से बचाएंगे

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पिछ्ले कई महीनों से एक शब्द हम सबके कानों में जहर घोल रहा है…मन में भय को बो रहा है और वह है कोरोना….इस से जुडी कई तरह की जानकारियां चल रही है… आइए जानते

कोविड-19 कैसे फैलता है?

कोविड-19 पीड़ित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। अगर कोई कोविड-19 पीड़ित व्यक्ति खांसता है या सांस छोड़ता है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी बूंदें आसपास की वस्तुओं और सतहों पर उतरती हैं। जब लोग इन वस्तुओं या सतहों को छूते हैं और उसके बाद अपने आंख, नाक या मुंह को छू लेते हैं तो यह सक्रमण उनमें भी फैल सकता है।

कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा किसे हो सकता है?

यह साफ तौर पर नहीं कह सकते हैं, लेकिन अभी तक के शोध के मुताबिक कोरोना वायरस वृद्धों और उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, फेफड़े की बीमारी, कैंसर या मधुमेह से जूझ रहे लोगों को दूसरों की तुलना में अधिक गंभीर बीमारी पकड़ने का खतरा है।

कोविड-19 कब तक रहता है?

कोविड-19 से प्रभावित होने पर रिकवरी के लिए सामान्यत: दो सप्ताह का समय निर्धारित किया गया है। लेकिन यह भी देखा गया है कि अधिकांश लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखते, फिर भी वे कोरोना से प्रभावित हो गए होते हैं। कोविड-19 के गंभीर मामले लंबे समय तक रह सकते हैं। कोरोना से रिकवरी के बाद भी लंबे समय तक बार-बार इसके लक्षणों से पीड़ित होने की समस्या आती रहती हैं, साथ ही हफ्तों तक वायरस से जूझने के बाद की परेशानी का अनुभव कर सकते हैं।

खुद को और दूसरों को बचाने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?

मास्क लगाएं, बार-बार साबून से हाथ धोएं, लोगों से दूरी बनाकर बात करें, बेवजह घर से बाहर न निकलें। बाहर से आने वाली हर चीज को सैनेटाइज करें।

अगर मैं ऐसे शख्स के साथ रह रहा हूं जो सेल्फ-आइसोलेशन में है तो मुझे क्या करना चाहिए?

अगर आप किसी ऐसे शख्स के साथ रह रहे हैं जो कि सेल्फ-आइसोलेशन में है तो आपको उससे न्यूनतम संपर्क रखना चाहिए और अगर मुमकिन हो तो एक कमरे में साथ न रहे। सेल्फ-आइसोलेशन में रह रहे शख्स को एक हवादार कमरे में रहना चाहिए जिसमें एक खिड़की हो जिसे खोला जा सके। ऐसे शख्स को घर के दूसरे लोगों से दूर रहना चाहिए।

अस्थमा वाले मरीजों के लिए कोरोना वायरस कितना खतरनाक है?

अस्थमा वालों के लिए सलाह है कि आप अपना रोजाना का इनहेलर लेते रहें। इससे कोरोना वायरस समेत किसी भी रेस्पिरेटरी वायरस के चलते होने वाले अस्थमा अटैक से आपको बचने में मदद मिलेगी। अगर आपको अपने अस्थमा के बढ़ने का डर है तो अपने साथ रिलीवर इनहेलर रखें। अगर आपका अस्थमा बिगड़ता है तो आपको कोरोना वायरस होने का खतरा है।

एक बार आप कोरोना होने के बाद क्या दोबारा संक्रमण होने का खतरा है?

एक संक्रमण से ठीक हो जाने के बाद मरीज के शरीर में इस बात की समझ पैदा हो जाती है कि अगर उन्हें यह दोबारा हुआ तो इससे कैसे लड़ाई लड़नी है। यह इम्युनिटी हमेशा नहीं रहती है या पूरी तरह से प्रभावी नहीं होती है। बाद में इसमें कमी आ सकती है। माना जा रहा है कि अगर आप एक बार कोरोना वायरस से रिकवर हो चुके हैं तो आपकी इम्युनिटी बढ़ जाएगी। हालांकि, यह नहीं पता कि यह इम्युनिटी कब तक चलेगी। इसलिए दोबारा संक्रमण का खतरा रहता है।

क्या कोरोना वायरस हवा में पैदा होता है?

अक्टूबर के महीने में कोरोना पर किये गए एक अध्ययन ने सभी को हैरान कर दिया, जिसमें आधिकारिक तौर पर पुष्टि की गई थी कि कोविड-19 हवा में उत्पन्न होता है। जिससे बचाव के लिए बार-बार हाथ धोना, मास्क पहनना और लोगों से सामाजिक दूरी बनाए रखना बहुत जरूरी है।

कोरोना के हवा में फैलने का अर्थ यह था कि वायरस सतहों पर जमा हो सकता है, हवा में अधिक समय तक मौजूद रहने के कारण अधिक संक्रामक हो सकता है। संक्रमण का प्रसार एयरोसोल्स के माध्यम से, घर के अंदर के वातावरण और बंद खिडकियों और दरवाजों की वजह से हो सकता है।

कोरोना के प्रमुख लक्षण क्या हैं?

कोरोना के सबसे प्रमुख लक्षण हैं-सूखी खांसी, गले में खराश, बुखार, सिरदर्द, पीठ दर्द, गंध और स्वाद का चले जाना, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, और सांस लेने में कठिनाई। अब, कोरोना के नए लक्षणों में ब्रेन फॉग, भ्रम, मायजिया, थकान, चक्कर आना भी शामिल हो गए हैं।

कोरोना वायरस का इनक्यूबेशन पीरियड क्या है?

औसतन पांच दिनों में लक्षण दिखाई देने लगते हैं। लेकिन, कुछ लोगों में इससे पहले भी लक्षण दिख सकते हैं। कोविड-19 के कुछ लक्षणों में तेज बुखार, कफ और सांस लेने में दिक्कत होना शामिल है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि इसका इनक्यूबेशन पीरियड 14 दिन तक का हो सकता है। लेकिन कुछ शोधार्थियों का कहना है कि यह 24 दिन तक जा सकता है।

कौनसे लक्षण होने पर मुझे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?

तेज बुखार आना, कफ और सूखी खांसी, सांस लेने में समस्या, फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षण, डायरिया और उल्टी, सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी जांच कराएं।

पोस्ट कोविड यानि ठीक होने के बाद मुझे क्या करना चाहिए?

कोरोना से ठीक होने के बाद भी आपको कोविड प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए। मास्क?, हाथ धोना और दूरी जरूरी है। इसके साथ ही अपने डॉक्टर से जो सलाह मिले उसका पालन करना चाहिए।

इम्युनिटी बढ़ाने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?

अच्छी इम्युनिटी के लिए पौष्टिक और पूरा खाना खाने के साथ ही प्रोटीन, विटामिन और एक्सरसाइज-योगा आदि करना चाहिए।

क्या कोविड 19 वैक्सीन लेना अनिवार्य है?

कोविड-19 का टीकाकरण स्वैच्छिक है। फिर भी कोविड 19 वैक्सीन की पूरी खुराक लेने की सलाह दी जाती है जिससे लोग स्वयं को सुरक्षित कर सकें और इस बीमारी को परिवार के सदस्यों, मित्रों, सम्बन्धियों और सहकर्मियों सहित करीबी संपर्क वाले लोगों में फैलने से रोक सकें।

प्रस्तुति: डॉ. तनसीर अली


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