- कृषि कानूनों को लेकर कई जगह चल रहा धरना, अब तक 12 किसान गंवा चुके हैं जान
जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे किसानों पर ठंड भारी पड़ने लगी है। गुरुवार को भी एक किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार, टीकरी बॉर्डर पर धरना दे रहे पंजाब के किसान जय सिंह की गुरुवार को मौत हो गई। मौत के वजह की जानकारी फ़िलहाल जनवाणी को नहीं है, बताया जा रहा है किसान आंदोलन में अब तक 12 किसानों की जान जा चुकी है।
37 साल के जय सिंह बठिंडा के गांव टुंगा वाली के रहने वाले थे। उनके शव को अस्पताल में रखवाया गया है। वहीं कुंडली बार्डर पर ड्रेन में गिरने से पंजाब के किसान की मौत बताई जा रही है फ़िलहाल जाँच का विषय है। हालाँकि सुबह ड्रेन से किसान का शव बरामद किया गया है। किसान रात को ड्रेन में कैसे गिरा, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
इससे पहले सिंघु बॉर्डर पर कड़ाके की ठंड में कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर धरना दे रहे एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह तीन दिन पहले ही पंजाब से आए थे। आंदोलन में अब तक 12 किसानों की जान जा चुकी है। इनमें सिंघु बॉर्डर पर पांच और टीकरी बॉर्डर पर सात की मौत हो चुकी है।
पंजाब के पटियाला के गांव सौहली के रहने वाले किसान पाल सिंह (62) 13 दिसंबर को ही सिंघु धरनास्थल पर आए थे। वह अपने साथियों व गांव के किसानों के साथ फिलहाल गांव रसोई से आगे रुके हुए थे। साथियों ने बताया कि मंगलवार देर शाम को वह खाना खाने के बाद ट्रैक्टर-ट्राली में जाकर सो गए। बाद में जब साथी किसान ट्रैक्टर-ट्राली में सोने पहुंचे तो वह बेसुध मिले।
अनहोनी की आशंका के चलते चिकित्सक को दिखाया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद उन्होंने कुंडली थाना पुलिस को अवगत कराया। कुंडली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर देर रात सामान्य अस्पताल पहुंचाया। जहां पर बुधवार को पोस्टमार्टम कराया गया।