- कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ौत में 709बी हाईवे पर बैठे हुए हैं किसान
जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: नगर में नेशनल हाईवे 709 बी पर बैठकर तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन धरना व आंदोलन कर रहे किसानों ने आज आठवें दिन धरना स्थल पर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर किसानों ने बताया कि यह दिल्ली की बेरहम सरकार को दिखाने के लिए किया गया है कि हो सकता है केंद्र की सरकार को शर्म आ जाए।
यहां विदित है कि बड़ौत में किसान पूर्वी यमुना नहर पुल के पास नेशनल हाईवे पर बैठे हुए हैं। यहां एक लाइन हाईवे की खुली हुई है तो दूसरी पर किसान जमे हुए हैं। किसान यहां आए दिन सभा करते हैं। क्षेत्र के काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं।
रागनी व अन्य मनोरंजन के साधनों के साथ बैठे किसानों ने शनिवार को अर्धनग्न होकर धरना स्थल पर बैठे हैं। किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार को अब शर्म आ जानी चाहिए कि किसान अपने घर छोड़कर सड़कों पर आ रहे हैं। आखिर यह क्यों आए हैं?
किसानों को ऐसे किसी कानूनों की जरूरत ही नहीं है।यह क्यों थोपे जा रहे हैं। यह धरना यहां तब तक चलता रहेगा जब तक दिल्ली के चारों ओर धरना दे रहे किसान डटे हुए हैं। किसानों और मजदूरों को ही नहीं बल्कि मध्यमवर्ग तक इस कानून से बहुत बड़ा नुकसान होने वाला है।
खेती किसानी को पूंजीपतियों के हाथों में सौंपने की तैयारी है। एक और सरकार कहती है कि किसानों को दलालों से पिंड छूटाया गया है। जबकि वास्तविकता में सरकार किसान को लूटने के लिए बड़े दलालों को लेकर आई है। यह बड़े दलाल किसानों की फसलों को औने-पौने दाम में खरीद कर बाद में बाजार में महंगे दामों में बेचेगे।
यह इन पूंजीपतियों की पहले से ही परंपरा रही है। धरने का नेतृत्व किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी बृजपाल सिंह ने किया। धरना स्थल पर बलरोर सिंह, विक्रम आर्य, जयवीर सिंह एडवोकेट, बोबी बावली, शरद तोमर, रणवीर सिंह, राजेन्द्र सिंह, गजेन्द्र सिंह, पुष्पेन्द्र आदि के अलावा आसपास के गांव के काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।