- प्रतिनिधि मंडल ने डीएम को शिकायती पत्र सौंपकर की कार्रवाई की मांग
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: ग्रेन चैम्बर विद्या सभा द्वारा संचालित जीसी पब्लिक स्कूल और दीपचन्द ग्रेन चैम्बर इंटर कालेज द्वारा की जा रही धोखाधड़ी अवैध मान्यता, अवैध बिल्डिंग में स्कूल का संचालन, यूपी बोर्ड में 1989 में धोखाधड़ी करने के बावजूद अनुदान प्राप्त करने, एक भूमि को दो अलग अलग सरकारी बोर्डो में दर्शाकर यूपी बोर्ड और सीबीएसई मान्यता प्राप्त करने, सरकारी जमीन, सरकारी सड़क व सरकारी नाले पर बनी जमीन पर अवैध कब्जा करके मानकों के विरूद्ध स्कूलों के संचालन के बाबत पुनः शिकायती पत्र डीएम को दिया गया और प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुनः संज्ञान में लेने की प्रार्थना की गयी ।
इस सम्बंध में नवनीत अग्रवाल व विशाल पुण्डीर ने अवगत कराया गया कि पूर्व में भी दो बार शासन के आदेश व एक व एक बार सूचना आयोग लखनऊ के आदेश पर जांच हो चुकी है जिसमें स्कूल द्वारा उपरोक्त आरोप सही पाये गये। इस विषय में जिलाधिकारी चन्द्रभूषण ने गत 15 जुलाई 2022 को जांच कमेटी गठित करके जांच के आदेश दिये थे, जिस पर आज तक जांच लम्बित है। वहीं सात दिन के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश पारित किये गये थे।
जिलाधिकारी को बताया गया कि स्कूल की अवैध बिल्डिंग एमडीए ने ध्वस्तीकरण के आदेश पारित कर रखे है और जमीन के स्वामित्व संबंधी कोई कागजात स्कूल प्रबन्धन के पास नही है व नगरपालिका से मिलकर स्कूल प्रबन्धन ने बगैर जमीन के मालिकान कागजात की जांच करे स्कूल की तीन मंजिला अवैध बिल्डिंग का इन्द्राज एक मौहल्ले से दूसरे मौहल्ले में इन्द्राज दर्ज कर दिया।
वही एमडीए द्वारा ध्वस्तीकरण के आदेश का अनुपालन नही करके काजगी खानापूर्ति कर रहा है। एसडी संस्था की तर्ज पर ही ग्रेन चैम्बर विद्या सभा द्वारा भारी धोखाधड़ी करके स्कूल का संचालन किया जा रहा है। प्रतिनिधि मंडल में शिव कुमार पुण्डीर, दुष्यंत भारद्वाज, मनमोहित, भारत कुमार आदि शामिल रहे ।