- कर्नाटक में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने की थी कोशिश
जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: हिजाब विवाद के बीच कर्नाटक के शिमोगा में बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की हत्या मामले में नई जानकारी सामने आई है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, इस मामले में जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हर्ष को षड्यंत्र के तहत मारा गया था। षड्यंत्रकारियों की मंशा राज्य में सांप्रदायिक हिंसा फैलानी थी।
सूत्रों ने जानकारी दी कि इस हत्याकांड की जांच कर रहे अधिकारियों ने शनिवार को शिमोगा का दौरा कर हर्ष हत्याकांड से जुड़े सभी दस्तावेज और सामग्री स्थानीय पुलिस से ले लिए। इन दस्तावेजों और सामग्रियों का अध्ययन करने के बाद एनआईए ने प्रारंभिक तौर पर पाया कि हत्या षड्यंत्र के तहत की गई थी। एजेंसी ने अपनी प्राथमिकी में इस पहलू का उल्लेख किया है।
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने भी इसको लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि स्थानीय पुलिस द्वारा जांच में पता चला कि हत्या के पीछे सांप्रदायिक एजेंडा था। साथ ही भाजपा विधायक सीटी रवि ने भी कहा था कि हत्या के बाद शुरू हुए बवाल को देखते हुए यह साफ हो गया था कि हर्ष की हत्या व्यक्तिगत कारणों से नहीं हुई।
हर्ष की चाकू व धारदार हथियारों से हत्या कर कर दी गई थी। इस घटना के विरोध में विरोध प्रदर्शन हुए थे और यहां कर्फ्यू भी लगाया गया था। बाद में मामले की जांच एनआईए को दे दी गई थी। हर्ष ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर हिजाब के खिलाफ पोस्ट लिखी थी। उन्होंने भगवा शॉल का समर्थन किया था।