Thursday, April 25, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsBaghpatकब्रिस्तान की भूमि पर कब्जा कर किया जा रहा है अवैध कटान

कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जा कर किया जा रहा है अवैध कटान

- Advertisement -
  • पशुओं के अवशेष खुले में फेंकने का आरोप
  • घिनौने कृत्य के कारण हो सकता है कोई बड़ा हादसा

जनवाणी संवाददाता |

बागपत: नगर के मौहल्ला देशराज में कुछ लोगों ने कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जा कर निर्माण कर लिया है। जहां पर अवैध रूप से पशुओं का कटान किया जाता है। आरोप है कटान के बाद आरोपी पशुओं के अवशेष खुले में ही फेंक देते हैं। जिससे क्षेत्र में वातावरण भी दूषित हो रहा है।

विरोध करने पर आरोपी झगड़ा करने पर आमादा हो जाते हैं। इससे क्षेत्र में तनाव व्याप्त है और वहां पर कभी भी काई बड़ा हादसा हो सकता है। इस संबंध में शुक्रवार को मौहल्ले के लोगों ने एसपी को एक शिकायती पत्र देते हुए आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई कराने की गुहार लगाई।

मौहल्ले के लोगों के अनुसार लुहारान मस्जिद के पास खसरा नम्बर 2942/1 व 2942/2 कब्रिस्तान की भूमि है। आरोप है कि मौहल्ले कुछ लोगों ने कब्रिस्तान की करीब 400 वर्ग गज भूमि पर अवैध रूप से जबरन कब्जा कर निर्माण करा लिया है।

यहां पर वह प्रतिदिन अवैध रूप से पशुओं का कटान करते हैं और पशुओं अवशेष खुले में ही फेंक देते हैं। आरोप है कि यदि इसका विरोध करते हैं तो आरोपी मारपीट पर आमादा हो जाते हैं। लोगों का कहना है कि मस्जिद के पास ही एक मंदिर भी है। जहां पर हिंदू समाज के लोग पूजा अर्चना करने आते है।

खुले में पशुओं के अवशेष फेंकने का हिंदू समाज के लोग भी कई बार विरोध कर चुके है लेकिन आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। आरोप है कि अवशेष खुले में फेंके जाने के कारण क्षेत्र का वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है। इससे क्षेत्र में संक्रामक रोग फैलने का भी खतरा है।

इससे क्षेत्र में तनाव बना हुआ है और यदि इस कार्य पर रोक नहीं लगी तो क्षेत्र में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। मौहल्ले के लोगों ने शुक्रवार को इस संबंध में एसपी को एक शिकायती पत्र देते हुए आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराका कार्रवाई कराने की मांग की है। शिकायत करने वालों में सभासद यासीन, इकबाल, उस्मान, बाबू, मंगत , जौनी व बब्बू आदि शामिल थे।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments