Friday, April 19, 2024
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लॉकडाउन और अन्य दिनों में धर्मस्थलों को कम से कम खोलें

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  • कोरोना की चेन तोड़ने को डीएम ने धर्मगुरुओं से की अपील
  • खांसी, नजला, जुकाम होने पर बिना देरी किए कराएं टेस्ट

जनवाणी ब्यूरो |

शामली: जिलाधिकारी जसजीत कौर ने धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर उन्हें कोरोना संक्रमण से लड़ने में जागरुक होने और समाज के लोगों को जागरुक करने की अपील की।

शुक्रवार को कलक्टेट सभागार में जिलाधिकारी ने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से लगातार कोरोना के केसों में वृद्धि हो रही है, इसलिए सबको एहतियात बरतने की जरूरत है, क्योंकि बहुत जल्दी इस बीमारी से छुटकारा मिलने वाला नहीं है। इसलिए किसी भी दशा में एहतियात नहीं छोड़नी है।

जिलाधिकारी ने सभी धर्म गुरुओं से कहा कि इस मुश्किल समय में आप स्वयं अपने आपसे समझते हुए यह निर्णय लें कि आप अपने घर पर रहे, बिना किसी जरूरी काम के घर से बाहर ना निकले, क्योंकि एक व्यक्ति संक्रमित होने पर पूरा परिवार संक्रमित हो जाता है।

मास्क का प्रयोग करें बार-बार साबुन पानी से हाथ धोए और यदि किसी को सर्दी खांसी जुकाम आदि की शिकायत है तो वह बिना देरी किए डाक्टर के पास जाकर अपनी जांच कराए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही ना करें। यदि आप तुरंत अपनी जांच करा लेते हैं और समय से उपचार लेते हैं तो जल्दी रिकवर हो जाते हैं। इन सब बातों के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरुक करें।

लॉकडाउन के दिनों में धर्म स्थलों को ना खोला जाए अगर हो सके तो अन्य दिनों में भी धर्म स्थलों को कम से कम खोला जाए। जिलाधिकारी ने धर्मगुरुओं से यह भी कहा कि लोगों को इसके लिए भी प्रेरित करें कि वह अपने घर पर रहकर ही पूजा पाठ करें, इबादत करें।


जिला अस्पताल को 200 से बढ़ाकर 400 बेड की व्यवस्था

जिलाधिकारी ने कहा कि 200 बेड का संयुक्त जिला चिकित्सालय है जहां पर सभी सुविधा है। इस अस्पताल को अब 200 के स्थान पर 400 बेड तक बनाने की व्यवस्था को लेकर भी कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी कोरोना के इलाज की व्यवस्था की गई है।

जिलाधिकारी ने कहा कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। किसी को अपने घर पर आॅक्सीजन सिलेंडर खरीदकर आॅक्सीजन का यूज नहीं करना है। साथ ही कोविड-19 वैक्सीन के लिए भी लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरुक करें।

पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव ने धर्मगुरुओं से कहा सबसे बड़ा उपचार खुद बने और घर पर रहे। क्योंकि घर पर रहना ही इसका एक सबसे बड़ा उपचार है। इसके लिए धर्मगुरु ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरुक करें। इस मौके पर एसडीएम संदीप कुमार और जनपद के धर्मगुरु मौजूद रहे।

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