Thursday, March 28, 2024
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भागवत मनुष्य को निर्भय बनाती है : स्वामी ओमानंद

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जनवाणी संवाददाता |

मोरना: भागवत पीठ शुकदेव आश्रम, शुकतीर्थ के गीता भागवत भवन में चंडीगढ़ से पधारी यशोदा माता तथा उनके परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा में भागवत पोथी का पूजन कर पीठाधीस्वर स्वामी ओमानंद जी महाराज ने कथाव्यास आचार्य प्रेम प्रकाश जी का सम्मान किया।

इस अवसर पर उन्होने कहा कि भागवत अनुपम अमूल्य ग्रंथ है। भागवत भगवान वेदव्यास जी के हृदय से निकली हुई अमृत वाणी है, जिसके श्रवण से अज्ञान का पर्दा हट जाता है। भागवत सर्वथा कल्याणकारी तथा भक्ति और ज्ञान का सागर है।

भागवत जीवन और मृत्यु के सत्य का बोध कराकर विषम परिस्थियों में विजय प्राप्त करने की शक्ति देती है। भागवत कथा श्रवण से संसार की आसक्ति छूट जाती है और परमात्मा की निकटता बढ़ जाती है। संसार की मायामोह, विषय वासना एवं आसक्तियों को छोड़ना बहुत कठिन है।

जब तक इनपर अंकुश नहीं लगता तबतक सच्चा सुख शांति नहीं मिलता। इन शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने का सर्वोत्तम साधन है भागवत। भागवत मनुष्य को निर्भय बनाती है। इस अवसर पर शुकदेव अन्नक्षेत्र में भंडारे का आयोजन कर संत-महात्मा, आचार्यों और गरीब, असहायों को भोजन कराकर फल और दक्षिणा वितरित किया गया।

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