जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि यूपी के लखीमपुर खीरी के जघन्य काण्ड में केन्द्रीय मंत्री के बेटे का नाम सुर्खियों में आना भाजपा सरकार की कार्यशैली पर अनेकों सवाल खड़े करता है।
ऐसे में भाजपा अपने मंत्री से खुद ही इस्तीफा ले तभी वहां पीड़ित किसानों को कुछ न्याय की उम्मीद हो सकती है। बसपा की यह मांग है।
इसके पहले, तिकुनिया हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का बेटा आशीष मिश्र शनिवार को 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
शुक्रवार को पेश न होने के बाद दूसरा नोटिस चस्पा कर शनिवार सुबह 11:00 बजे उसे बुलाया गया था। तय समय से लगभग 20 मिनट पहले ही आशीष मिश्र वहां पहुंचा।
पूछताछ के बाद रात करीब 11 बजे उसकी गिरफ्तारी हुई। इसके बाद अपराध शाखा के दफ्तर में ही लगभग एक घंटे तक मेडिकल जांच करने के बाद रात 12 बजे के बाद सीजेएम दीक्षा भारती की कोर्ट में पेश किया गया।
कोर्ट ने 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। वहीं पुलिस कस्टडी मांगे जाने की अर्जी पर सोमवार को सुनवाई होगी। वहीं, मामले में आरोपी आशीष मिश्र के पिता अजय मिश्र अभी भी अपने पद पर बने हुए हैं।
मांग की जा रही है कि निष्पक्ष जांच के लिए भाजपा उन्हें केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पद से बर्खास्त करे।
राजस्थान में दलित की हत्या पर कांग्रेस हाईकमान चुप क्यों
इसके अलावा, मायावती ने कहा कि राजस्थान के हनुमानगढ़ में दलित की पीट-पीट कर की गई हत्या अति-दुःखद व निन्दनीय है लेकिन कांग्रेस हाईकमान चुप क्यों है?
क्या छत्तीसगढ़ व पंजाब के सीएम वहां जाकर पीड़ित परिवार को 50-50 लाख रुपये की मदद देंगे? बसपा जवाब चाहती है वरना दलितों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाना बन्द करें।
उन्होंने कहा कि यूपी के लखीमपुर खीरी के जघन्य काण्ड में केन्द्रीय मंत्री के बेटे का नाम सुर्खियों में आना यह भाजपा सरकार की कार्यशैली पर अनेकों सवाल खड़े करता है।
ऐसे में भाजपा अपने मंत्री से खुद ही इस्तीफा ले तभी वहां पीड़ित किसानों को कुछ न्याय की उम्मीद हो सकती है। बसपा की यह मांग है।
जम्मू व कश्मीर में आए दिन हो रही हिंसा पर मायावती ने कहा कि वहां आतंकियों द्वारा की जा रही निर्दोष लोगों की हत्या अति-दुःखद व शर्मनाक है। केन्द्र सरकार सख्त कदम उठाए।