- विवेचना में नए तथ्य आए सामने, आरोपियों को भेजा गया जेल
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: युवती से रेप के बाद हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। घटना थाना देहात कोतवाली क्षेत्र से संबद्ध है। दरअसल, मार्च महीने में यहां दलित युवती से रेप के बाद हत्या और एससीएसटी एक्ट का मुकदमा लिखा गया था। लेकिन विवेचना में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। मामला आॅनर किलिंग का पाया गया है। अब इसमें युवती के परिजनों को पुलिस ने पिछले दिनों जेल भेज दिया। उधर, युवती के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने उन्हें फर्जी तरीके से जेल भेजा है।
थाना देहात कोतवाली अंतर्गत गांव बीजोपुरी निवासी साहिल पुत्र मुकर्रम व एक अन्य के खिलाफ युवती की मां ने थाने में लिखित तहरीर दी थी। कहा था कि उसकी पुत्री के साथ उपरोक्त ने सामूहिक बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया। इसमें विवचेना अधिकारी आईपीएस प्रीती यादव ने सबूत संग्रह, सीसीटीवी फुटेज व वैज्ञानिक जांच करते हुए पाया कि मामला प्रेम प्रंसग का है। मामला दो अलग-अलग सप्रंदाय के होने के कारण युवती के परिजनों ने लोकलाज के भय से युवती की हत्या कर दी। इस बाबत पुलिस द्वारा मतृका के चचेरे भाई अजीत, रजनीश व ताई जगरोशनी को आॅनर किलिंग के आरोप में जेल भेज दिया। यह बात सीओ प्रीती यादव द्वारा पिछले दिनों पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर बताई गई।
लेकिन, बीते सोमवार को मृतका की बहन आरजू ने मीडिया को ब ताया कि विवेचना अधिकारी ने एकतरफा कार्रवाई की है। आरजू ने विवेचना अधिकारी प्रीति यादव पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा है कि पुलिस ने उनके जबरदस्ती बयान कराए और उसके परिवार वालों को फर्जी तरीके से जेल भेज दिया गया। हालांकि, आरजू के आरोपों को पुख्ता करने का कोई सुबूत उसके पास नहीं है। इस बाबत सीओ टू प्रीति यादव ने कहा कि पुलिस जांच में तथ्य सही पाए जाने पर उचित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जेल भेजा है।