जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का कहना है कि फरवरी 2021 तक बोर्ड परीक्षाएं नहीं होंगी। दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं घटाए गए सिलेबस के आधार पर आयोजित होंगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा में 33 फीसदी आंतरिक विकल्प दिया जाएगा। कुल सिलेबस का 30 फीसदी हिस्सा खत्म कर दिया गया है और कुछ राज्यों ने इसे घोषित कर दिया है।
शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों के साथ लाइव बातचीत के दौरान यह बात कही है। 2021 बोर्ड परीक्षाओं पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि इंटरनल परीक्षाओं के लिए एक टीम का गठन होगा। उन्होंने कहा कि कई सीबीएसई स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। इसलिए, ऑनलाइन परीक्षाएं संभव नहीं हैं। शिक्षा मंत्री वेबिनार के जरिए शिक्षकों से संवाद कर रहे हैं और उनके प्रश्नों का जवाब दे रहे हैं।
I received a lot of requests from various #students & #teachers to postpone @cbseindia29 board #exams for Class 10 & 12. Keeping the #COVID19 pandemic in mind & after various consultations, we have decided that #board exams will not be held in February. pic.twitter.com/CSGmYvYaYc
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) December 22, 2020
उन्होंने कहा कि फरवरी के बाद कब परीक्षाएं होंगी इस पर विचार किया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को कोरोना महामारी की वजह से कराने में देरी हो रही है। कोरोना के वक्त शिक्षकों ने योद्धाओं की तरह बच्चों को पढ़ाया है।
ऑनलाइन मोड से शिक्षा देने में कोई कमी नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का पहला देश होगा, जहां स्कूली स्तर पर ही एआई की पढ़ाई शुरू होगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमने इस साल जेईई, एनईईटी परीक्षा का आयोजन किया है।कोरोना महामारी के बीच आयोजित यह सबसे बड़ी परीक्षा में से एक थी।
शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों के साथ अपने संवाद में कहा कि छात्रों के मेंटल हेल्थ को सही रखने के लिए मंत्रालय ने काफी काम किया है। जिमें फिट इंडिया मूवमेंट, ऑनलाइन योगा सेशन, ऑनलाइन प्रोग्राम सहित तमाम ऐक्टिविटी शामिल हैं।