- बिजली की समस्याओं को लेकर भाकियू ने ऊर्जा भवन पर की महापंचायत
- पुलिस प्रशासन से तीखीं नोकझोंक, हंगामा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भारतीय किसान यूनियन तोमर गुट के पदाधिकारियों ने सोमवार को बिजली की समस्याओं को लेकर ऊर्जा भवन पर महापंचायत का आयोजन किया। वर्तमान समय में किसानों के सामने बिजली को लेकर आ रही समस्याओं को लेकर जब पदाधिकारी ऊर्जा भवन में पहुंचे तो प्रवेश करते समय उनकी ऊर्जा भवन पर तैनात सुरक्षा कर्मियों से तीखीं नोकझोंक हुई, लेकिन किसानों ने साफ-साफ कहा कि वह समस्याओं को लेकर ऊर्जा एमडी से अवश्य मिलेगी।
जिसके बाद काफी देर हंगामा होने के बाद पदाधिकारियों को अंदर प्रवेश दिया गया। महापंचायत करने के पश्चात पदाधिकारियों ने किसानो की समस्या पर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम एमडी अरविंद मल्लपा बंगारी को सौंपा।
ऊर्जा भवन पर महापंचायत करने के लिए किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली एवं अन्य साधनों के साथ पहुंचे। किसानों की भारी संख्या होने के कारण मौके पर पुलिस प्रशासन की टीम भी पहुंची। किसानों को देखकर ऊर्जा भवन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में किसानों को रोकने के लिए ऊर्जा भवन का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया।
इसके बाद किसान पदाधिकारियों ने जबरन गेट खोलने का प्रयास किया। गेट न खोलने पर किसानों ने हंगामा कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस व किसानों में तीखीं नोकझोंक हुई। झड़प करते हुए ही किसान ऊर्जा भवन में प्रवेश कर गए। इस दौरान किसानों ने रागिनी एवं अन्य देहाती गानों को भी बजाया।
कृषि कानून वापस न होने पर होगा बड़ा आंदोलन
ऊर्जा भवन में महापंचायत को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर किसान और मंडल अध्यक्ष पदम सिंह ने किसानों की समस्याओं से एमडी पॉवर को अवगत कराते हुए अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने जो नए कृषि ऐक्ट लागू किए हैं। वह किसानों के हित में नहीं है। उससे किसानों को अनेक समस्या का सामना करना पडेगा। इसलिए इस आदेश को वापस ले।
अन्यथा इस कानून के विरोध में बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में बिजली विभाग के तार बहुत जर्जर और ढीले हो रहे हैं। जिसके कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं जो जर्जर तार और खंभे हैं उनको बदलवाया जाए और जो तारे लटककर खेतों में नीचे तक आ गई हैं उनको ठीक करवाया जाए।
ट्रांसफार्मर फूंक जाने पर भी किसानों को बहुत ज्यादा परेशान किया जाता है, बिजली विभाग द्वारा ऐसी सुविधा देनी चाहिए। जिससे किसानों को 24 घंटे में ट्रांसफार्मर मिल जाए। बिजली विभाग की दरें बहुत ज्यादा महंगी हो गई है उनको तत्काल प्रभाव से सस्ती की जाए। किसानों को नलकूप की बिजली मुफ्त दी जाए।
किसानों का अभी भी शुगर मिलों पर काफी बकाया भुगतान चल रहा है और जब तक यह बकाया भुगतान संपूर्ण रूप से किसानों को नहीं मिल जाता तब तक किसानों से बिजली का बिल न वसूला जाए। बिजली विभाग द्वारा किसानों का बहुत ज्यादा शोषण किया जा रहा है उस पर रोक लगाई जाएं।
कोल्हू के संचालकों से अवैध वसूली पर तत्काल रोक लगाई जाए। कोल्हू संचालकों की जो रसीद 85 हजार की काटी जा रही है, वह रसीद 35 हजार की काटी जाए। इसी तरह से अन्य मांगे शामिल रही। बता दें कि भाकियू की तरफ से बिजली दरों, नए कनेक्शन और सरकार के तीन अध्यादेशों के विरोध में 19 अक्टूबर को ऊर्जा भवन पर महापंचायत की घोषणा की थी। इसी वजह से सोमवार को बड़ी संख्या में किसान महापंचायत में पहुंचे।
महापंचायत में ये रहे मौजूद
राष्ट्रीय सलाहकार इंद्रजीत सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष राममहर फौजी, प्रदेश प्रवक्ता चौधरी चंद्रवीर सिंह, मेरठ जिला अध्यक्ष विनीत चौधरी, महिला जिला अध्यक्ष मेरठ गीता चौधरी, मंडल उपाध्यक्ष दीपक चौधरी, जिला मीडिया प्रभारी सुशील कुमार पटेल, अध्यक्ष बिजनौर अरुण कुमार मेहरा, चौधरी विशाल बालियान युवा अध्यक्ष बिजनौर, मुजफ्फरनगर जिला अध्यक्ष अखिलेश आदि उपस्थित रहे।
भाकियू तोमर गुट के कार्यकर्ताओं ने कराया टोल फ्री
एनएच-58 स्थित सिवाया टोल प्लाजा पर भारतीय किसान यूनियन तोमर गुट के कार्यकर्ताओं ने सोमवार की दोपहर टोल प्लाजा पर जमकर हंगामा किया और टोल को फ्री करा दिया। लगभग आधा घंटे तक टोल फ्री रहा। हंगामा देख आनन फानन में पहुंचे टोलवे के अधिकारियों ने किसी तरह समझा बुझाकर यूनियन के कार्यकर्ताओं को टोल से हटवाया। तब जाकर टोल प्लाजा सुचारु हो सका।
मेरठ में ऊर्जा भवन में इस गुट का धरना-प्रदर्शन था। इस धरने प्रदर्शन में शामिल होने के लिए सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ता गाड़ियों, बसों एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली से भरकर मेरठ जा रहे थे। सोमवार की दोपहर जब कार्यकर्ता टोल प्लाजा पर पहुंचे तो गुट के प्रदेश अध्यक्ष संजीव तोमर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया और टोल को फ्री करा दिया। लगभग आधा घंटे तक टोल फ्री रहा।
जिसके चलते टोलवे कंपनी के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने गुट के पदाधिकारियों से बातचीत की और किसी तरह टोल से हटवाया। टोल प्लाजा के सुरक्षा अधिकारी मनिंदर विहान की देखरेख में टोलवे कंपनी के कर्मचारियों द्वारा टोल पर हो रहे हंगामे को समाप्त कराया। सुरक्षा अधिकारी मनिंदर विहान ने बताया कि अस्तित्व की लड़ाई को लेकर गुट के कार्यकर्ताओं ने जबरन टोल पर हंगामा किया और टोल को फ्री कराया है। उधर, दौराला पुलिस का कहना है कि इस प्रकरण में अगर टोल प्रबंधन की ओर से काई तहरीर आती है तो वह कार्रवाई करेंगे।