- मेरठ का प्रदूषण पहुंचा 358 पर
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: नवंबर के महीने में प्रदूषण का प्रकोप निरंतर बढ़ रहा है। प्रदूषण 358 पर पहुंच गया है। मेरठ में प्रदूषण 400 का आंकड़ा पार करेगा। क्योंकि क्रांतिधरा का प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कते होने लगी है। खासकर अस्थमा और दमा के रोगियों को परेशानी हो रही है। इस प्रदूषण से बचने के लिए सुबह के समय मॉर्निंग वॉक से अस्थमा और दमा के रोगियों को दूरी बनानी होगी। क्योंकि यह बढ़ता प्रदूषण इन मरीजों के लिए बेहद खतरनाक है।
अमूमन सर्दी के मौसम में प्रदूषण का प्रकोप बढ़ जाता है। इसके बढ़ने से लोगों को परेशानी होती है। अभी कोहरे की धुंध का प्रकोप भी बढ़ेगा। जिसके साथ-साथ प्रदूषण के स्तर में इजाफा होगा। इसलिए अभी से इसकी रोकथाम होना बेहद जरूरी है, लेकिन इसकी रोकथाम के लिए अभी कोई कदम उठते नही दिख रहे हैं। क्योंकि बढ़ता प्रदूषण लोगों की सेहत पर वार कर रहा है।
अब एलर्जी का असर भी दिखने लगा है। आंखों में बढ़ते प्रदूषण के कारण जलन होने लगी है। इससे लोगों को परेशानी होगी। इसलिए बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम करना बेहद आवश्यक है। मेरठ में प्रदूषण 358 बागपत में 295, मुजफ्फरनगर में 223 दर्ज किया गया। जयभीमनगर में 376, पल्लवपुरम में 375 और गंगानगर में 323 दर्ज किया गया। जयभीमनगर मेरठ में सबसे अधिक प्रदूषण इलाका रहा। इसके बाद पल्लवपुरम में प्रदूषण की स्थिति खराब आंकी गई है।
सर्दी का सितम बढ़ा तापमान में आई गिरावट
नवंबर के महीने में धीरे-धीरे सर्दी का एहसास बढ़ रहा है। जिसके चलते तापमान में निरंतर गिरावट दर्ज हो रही है। दिन का तापमान 28 डिग्री के आसपास पहुंच गया है। जिससे सर्दी में इजाफा हो रहा है। मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अधिकतम आर्द्रता 88 एवं न्यूनतम आर्द्रता 45 प्रतिशत दर्ज की गई। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि अभी मौसम में ठंड का एहसास बढ़ेगा। जिसके चलते लोगों को परेशानी होगी।
प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई की मांग को नगर निगम में हंगामा
मेरठ: बागपत रोड आम्बेड़कर धर्मशाला मुल्तान नगर गली के लोों ने मंगलवार को दोपहर के समय नगर निगम कार्यालय पहुंचकर प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगो ने आरोप लगाया कि उनकी बस्ती में एक रबर की बॉल एवं चप्पल आदि बनाने वाली फैक्ट्री का संचालन करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जिसमें इस संबंध में नगर निगम एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड में शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। दोनो ही विभाग के अधिकारी बस्ती के लोगों को टरका रहे हैं। इस दौरान बताया कि बस्ती के लोगों को सांस लेने में भी परेशानी पैदा हो रही है। साथ ही फैक्ट्री के संचालन से बस्ती के लोगों का वहां पर जीना मुहाल हो गया है। इस दौरान नगर निगम में हंगामा कर शिकायत करने वालों में अजीत पुत्र जगन सिंह, मुनेंद्र आशीष एवं महिलाओं में सुरेखा, सुधा, रानी, समेत विभिन्न महिला शामिल रही।
महिलाओं ने बताया कि उनके द्वारा 20 सितंबर को इस संबंध में नगर निगम एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड मोदीपुरम में शिकायत की थी,तभी से वह दोनो ही विभागों के चक्कर काट रही हैं। दोनो ही विभाग एक दूसरे पर मामले की कार्रवाई करने का अधिकार क्षेत्र बताते हुए पल्ला झाड़ रहे हैं। वहीं प्रदूषण लगातार बस्ती में बढ़ता जा रहा है।