Friday, April 19, 2024
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किसान को जेल में डालना सरकार को पड़ेगा भारी: ढाका

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  • रालोद की बैठक में भाजपा पर साधा निशाना
  • कहा, किसानों को जेल भेज रही भाजपा सरकार

मुख्य संवाददाता |

बागपत: रालोद के मंडल महासचिव ओमबीर ढाका ने कहा कि फसलों के अवशेष जलाने के नाम पर किसानों के साथ अत्याचार किया जा रहा है। उन पर मुकदमे दर्ज कर जेल भेजे जा रहे हैं। निर्दोष किसानों को जेल भेजना भाजपा सरकार को भारी पड़ेगा। किसानों को जिस तरह से कॉलर पकड़कर ले जाया जा रहा है उससे सरकार की मंशा जाहिर होती है। किसान आतंकवादी नहीं है, वह देश की जनता का पेट भरता है। देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में किसान योगदान निभाता है।

रालोद की एक बैठक रविवार को बंदपुर गांव निवासी अमनीश पहलवान के आवास पर हुई। बैठक में किसानों पर फसलों के अवशेष जलाने पर किए जा रहे मुकदमों का विरोध किया गया और आक्रोश जताया। मंडल महसचिव ओमबीर ढाका ने कहा कि आज भाजपा किसानों पर मुकदमे दर्ज कर उन्हें जेल भेज रही है।

किसानों पर आरोप लगाया जा रहा है कि वह फसल अवशेष जलाकर प्रदूषण फैला रहे हैं। पत्ती व पराली जलाकर प्रदूषण फैला रहे हैं। सरकार के इशारे पर काम करने वाली पुलिस भी किसानों पर मुकदमा दर्ज कर उनके कॉलर पकड़कर अभद्रता करते हुए लेकर जाती है। जो तस्वीर अपने आप में बेहद निंदनीय और अभद्रता वाली है।

इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। भाजपा चुनाव के समय तो किसानों को याद करती है और दोगुनी आय का सपना दिखाकर वोट हासिल कर लेती है, लेकिन बाद में उन्हें जेल भेजती है। आय दोगुनी तो दूर की बात उन पर अलग से मुकदमे किए जाते हैं। किसान अपना हक मांगते हैं तो उन पर लाठी भांजी जाती है। किसानों को जेल भेजने वाली यह सरकार अपनी नीतियां जाहिर कर रही है।

किसान विरोधी नीतियां है। उन्होंने कहा कि किसान एक-एक डंडे और मुकदमे का बदला आगामी चुनाव में लेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने आय दोगुनी करने का सपना दिखाया था, लेकिन वर्तमान में किसान को लागत का ही भाव नहीं मिल रहा है। पेराई सत्र शुरू हो चुका है और एक भी रुपया गन्ने पर नहीं बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा जब से सत्ता में आई है तभी से गन्ने का मूल्य बढ़ना बंद हो गया है।

उन्होंने कहा कि जिन किसानों को जेल में डाला जा रहा है वह देश के अन्नदाता भी कहलाए जाते हैं। किसान देश की जनता का पेट भरता है। कोरोना काल में जब देश थम गया था तो किसान ने ही आर्थिक स्थिति को संभाला और पेट भरने का काम किया। चेतावनी दी कि यदि किसानों से मुकदमे वापस नहीं लिए तो पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में एक आंदोलन किया जाएगा। बैठक में अमित, योगेंद्र, कंवरपाल हुड्डा, मनोज, गौरव, प्रदीप, वीरेंद्र आदि मौजूद रहे।

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