Friday, April 19, 2024
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राजस्थान कांग्रेस में मचा घमासान, सचिन पायलट ने किया पलटवार

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  • गहलोत ने नकारा, गद्दार कहा- मैंने अपनी परवरिश में ऐसे शब्द नहीं सीखे

जनवाणी ब्यूरो |

नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ‘गद्दार’ कहे जाने पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने गुरुवार को कहा कि इस तरह के अनुभवी व्यक्ति को ऐसे शब्द शोभा नहीं देते। इस समय प्राथमिकता भाजपा को हराने के लिए एकजुट होने की और राहुल गांधी के हाथ को मजबूत करने की है। आज राहुल गांधी देशभर में पार्टी को मजबूती देने की कोशिश कर रहे हैं और इस तरह की बयानबाजी ठीक नहीं है। आज पार्टी को मजबूत करने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक इंटरव्यू में सचिन पायलट के लिए गद्दार शब्द का इस्तेमाल किया। यह भी कहा कि दस विधायकों का समर्थन तो है नहीं, उन्हें क्यों सीएम बनना चाहिए। इतना ही नहीं, गहलोत तो यह भी कह गए कि सचिन पायलट तो भाजपा नेताओं के साथ मिलकर सरकार गिराना चाहते थे। इन बयानों पर सचिन पायलट ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है।

पायलट ने कहा कि गहलोत मुझे निकम्मा, नाकारा और गद्दार और न जाने क्या-क्या कह रहे हैं, लेकिन ऐसी भाषा बोलना मेरी परवरिश का हिस्सा नहीं रही। मेरा बार-बार नाम लेने, कीचड़ उछालने और आरोप-प्रत्यारोप करने से कोई फायदा नहीं होने वाला। मैंने अशोक गहलोत जी के आज के मेरे खिलाफ दिए हुए बयान देखे हैं। कोई नेता इतना अनुभव रखता हो, वरिष्ठ हो और जिसे पार्टी ने इतना कुछ दिया हो, उसके लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता।

इस तरह के झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की उनसे उम्मीद नहीं थी। मुझे नहीं पता कि उन्हें मेरे खिलाफ झूठे, बेबुनियाद आरोप लगाने की सलाह कौन दे रहा है। आज पार्टी को मजबूत करने की आवश्यकता है। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं। हमें मिलकर इस यात्रा को सफल बनाना है। भाजपा को सिर्फ एक ही पार्टी चुनौती दे सकती है और वह कांग्रेस है। हमें भाजपा को सभी सत्ता वाले राज्यों में चुनौती देने की आवश्यकता है।

पायलट ने यह भी कहा कि मैं पार्टी अध्यक्ष था तब राजस्थान में हमने भाजपा को बुरी तरह पराजित किया। इसके बाद भी कांग्रेस अध्यक्ष ने गहलोत को एक बार और मुख्यमंत्री बनने का अवसर दिया। आज पार्टी की प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि राजस्थान चुनाव में हम फिर कैसे जीत सकते हैं। दरअसल, गहलोत ने कहा था कि इस बात पर सर्वे हो जाना चाहिए कि किसके मुख्यमंत्री रहते पार्टी के चुनाव जीतने की संभावना ज्यादा है। जो भी सर्वे का नतीजा बताएगा, हम उसके लिए तैयार हैं।

पायलट ने कहा कि हम भाजपा के खिलाफ एकजुटता से लड़ रहे हैं और इसमें इसका कोई लाभ नहीं मिलने वाला। इससे पहले भी अशोक गहलोत जी लंबे समय से मेरे खिलाफ इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। इस समय प्राथमिकता गुजरात के विधानसभा चुनावों की होनी चाहिए, जहां अशोक गहलोत वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं। यह समय राहुल गांधी के हाथों को मजबूती देने का है, जिन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के तहत 2,000 किमी की यात्रा तीन महीने में पूरी की है। उन्होंने बांटने वाली ताकतों को मुंह तोड़ जवाब दिया है।

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