- सांड की टक्कर से घायल व्यक्ति ने अस्पताल में तोड़ा दम, मचा कोहराम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट क्षेत्र में आवारा पशु बेलगाम हैं। सड़कों पर आवारा पशुओं का कब्जा हैं, जिसकी शिकायत की गई, मगर कैंट बोर्ड के अधिकारी इस तरफ से आंखें मूंदे हुए हैं। लालकुर्ती थाने के पास कांजी हाउस, जिसमें आवारा पशुओं को रखा जाता हैं। इसी तरह से एक सदर में हैं, जिसमें आवारा पशुओं को बंधक बनाकर रखा जाता हैं, लेकिन इनमें वर्तमान में पशुओं के लिए कोई रख-रखाव नहीं हैं।
दोनों कांजी हाउस का पहले रख-रखाव होता था, लेकिन वर्तमान में कुछ नहीं होता, बल्कि इनकी दयनीय स्थिति हैं। इसमें पहले आवारा पशुओं पकड़कर बंद किया जाता था तथा पशु मालिक से जुर्माना वसूला जाता था, इसलिए पशु मालिक अपने पशुओं को नहीं छोड़ते थे। डरते थे, क्योंकि फिर कैंट बोर्ड का जुर्माना लग जाता था। साथ ही प्रतिदिन पशुओं का चारा भी देना पड़ता था।
महत्वपूर्ण बात यह है कि हाल ही में मेदा मोहल्ले निवासी गोपाल कन्नोजिया को हाल ही में एक सांड ने टक्कर मार दी, जिसके बाद उसे हॉस्पिटल ले जाया गया, बीच में ही उसने दम तोड़ दिया। यह पहली घटना नहीं हैं, बल्कि इससे पहले एक महिला को भी टक्कर मार दी थी। ये महिला भी मर गई थी। दीवान स्कूल के चतुर्थ श्रेणी कर्मी को भी सांड ने टक्कर मार दी थी,
जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। ये कैंट क्षेत्र में आये दिन की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन इसके बाद भी कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने आवारा पशुओं को बंद करने के लिए कोई टीम ही लगाई हैं, बल्कि बंद भी नहीं किया जा रहा हैं। इसमें गाय भी शामिल हैं। इसकी शिकायत भी कई बार की गई, मगर इसकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही हैं।