- खेकड़ा ब्लॉक के फुलैरा गांव के उपस्वास्थ्य केंद्र पर था एक परिवार का कब्जा
- दैनिक जनवाणी में खबर प्रकाशित होते ही मचा हड़कंप, अधिकारियों ने कराया खाली
- नौरोजपुर गुर्जर में भी उप-स्वास्थ्य केंद्र को अधिकारियों ने कराया कब्जा मुक्त
मुख्य संवाददाता |
बागपत/चांदीनगर: कोरोना महामारी में स्वास्थ्य केंद्रों की बदहाली की आखिर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को याद आ ही गई। दैनिक जनवाणी में खेकड़ा ब्लॉक के फुलैरा गांव के उपस्वास्थ्य केंद्र की खबर प्रकाशित होते ही एसडीएम के नेतृत्व में टीम गांव की ओर दौड़ी और उपस्वास्थ्य केंद्र को कब्जा मुक्त कराया।
यही नहीं ग्राम प्रधान को इसकी मरम्मत कराने व स्वास्थ्य टीम को केंद्र में बैठकर टीकाकरण व अन्य सेवाएं देने के भी निर्देश दिए हैं। यानी अब ग्रामीणों को राहत मिलेगी और स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली भी दूर होगी। यही नहीं खबर का संज्ञान लेकर डीएम ने अन्य अधिकारियों को भी इस संबंध में निर्देश दिए। जिसके बाद बागपत तहसीलदार, बागपत सीएचसी अधीक्षक टीम के साथ नौरोजपुर गुर्जर गांव में पहुंचे और स्वास्थ्य केंद्र को कब्जा मुक्त कराया।
गौरतलब है कि खेकड़ा ब्लॉक के उपस्वास्थ्य केंद्र इन दिनों बदहाली के आंसू बहा रहा है। एक तरफ वह खंडहर में तब्दील हो रहा था तो दूसरी ओर उस पर एक परिवार ने कब्जा कर रखा था। उपस्वास्थ्य केंद्र को लेकर ग्रामीण शिकायत कर थक चुके थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई थी। दैनिक जनवाणी ने 28 मई के अंक में ‘देख लो सरकार, फुलैरा में स्वास्थ्य केंद्र पर है कब्जा’ शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
खबर में परिवार द्वारा कब्जे की जानकारी के अलावा अन्य जानकारी दी गई थी। यहां एक परिवार ने उपस्वास्थ्य केंद्र को आवास के रूप में कब्जा रखा था। खबर प्रकाशित होते ही प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। खेकड़ा एसडीएम अजय कुमार, सीएचसी प्रभारी डॉ. ताहिर, तहसीलदार यदुवंश कुमार मय फोर्स फुलैरा गांव पहुंचे। उन्होंने उपस्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारी भी कब्जा देखकर हैरान रह गए। कमरों में रखा सामान तुरंत हटाने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने स्वास्थ्य केंद्र को तुरंत कब्जा मुक्त कराने की प्रक्रिया शुरू करा दी। उन्होंने ग्राम प्रधान व सचिव को निर्देश दिए कि उपस्वास्थ्य केंद्र की साफ-सफाई कराई जाए और इसकी मरम्मत का कार्य कराया जाए। जल्द से जल्द इसे तैयार करा दिया जाए।
एसडीएम ने एएनएम व आशा को फटकार भी लगाई। उन्होंने कहा कि कब्जे की सूचना अधिकारियों को क्यों नहीं दी गई थी? एसडीएम ने बताया कि खबर का संज्ञान लेकर इसे कब्जा मुक्त करा दिया गया है। इसकी मरम्मत का कार्य भी जल्द पूरा कराकर इसे दुरुस्त करा दिया जाएगा। एएनएम व आशा को निर्देश दिए गए हैं कि स्वास्थ्य केंद्र पर बैठकर ही स्वास्थ्य सेवाएं दें।
चांदीनगर: टीकाकरण का लिया जायजा, बैठक कर दिए निर्देश
एसडीएम अजय कुमार ने फुलैरा गांव के प्राइमरी स्कूल में टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण भी किया और स्वास्थ्य कर्मियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्राम प्रधान को साथ लेकर ग्रामीणों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करें। बीमार को घर पर जाकर ही मेडिकल किट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा निगरानी समिति की बैठक लेकर दिशा-निर्देश दिए। कहा कि लॉक डाउन का पालन किया जाए, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए।
मास्क के बिना कोई भी घर से बाहर न निकलें। आवश्यक कार्य होने पर ही घर से निकलें। कोरोना संक्रमित होने पर होम आइसोलेट होने के बाद सभी नियमों का पालन करें। इसमें लापरवाही न बरतें। अगर कोई बुखार या अन्य लक्षण से पीड़ित है तो स्वास्थ्य विभाग को तुरंत सूचित करें। उन्होंने कहा कि जांच कराने में किसी भी तरह का संकोच न करें। इस दौरान सीएचसी प्रभारी डॉ. ताहिर, तहसीलदार यदुवंश कुमार, ग्राम सचिव प्रदीप कुमार, प्रधान संतोष देवी सहित अन्य उपस्थित रहे।
नौरोजपुर गुर्जर में स्वास्थ्य केंद्र कराया कब्जा मुक्त
दैनिक जनवाणी में फुलैरा की खबर प्रकाशित होने के बाद डीएम राजकमल यादव ने उपस्वास्थ्य केंद्रों को कब्जा मुक्त कराने के निर्देश दिए। जिसके बाद बागपत तहसीलदार प्रसून कश्यप, बागपत सीएचसी अधीक्षक डॉ. विभाष राजपूत पुलिस बल के साथ नौरोजपुर गुर्जर गांव पहुंचे। यहां उपस्वास्थ्य केंद्र पर कब्जा होने की शिकायत अधिकारियों को लगातार मिल रही थी।
स्वास्थ्य केंद्र पर लोगों ने कब्जा कर यहां उपले भर रखे थे और अन्य सामान भर रखा था। अधिकारियों ने पहुंचकर इसे कब्जा मुक्त कराया और सामान को हटवाया। तहसीलदार ने चेतावनी दी कि यदि बाद में किसी ने कब्जा करने या अन्य सामान रखने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकारी जमीन पर कब्जा किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। तहसीलदार ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र को कब्जा मुक्त कराकर उसकी चाबी सीएचसी अधीक्षक को सौंप दी गई है। सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि अब इसे दुरुस्त किया जाएगा।