जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पर्यावरण के लिए पेड़ों का होना अत्यत महत्व रखता है। इसलिए पेड़ों को संरक्षित करने के लिए वन विभाग के प्रत्येक कर्मचारी व अधिकारी सक्रिय भूमिका में अपने दायित्व में लगे रहते हैं। ताकि वनों के संरक्षण में किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न हो। साथ ही वन्य जीवों की देखभाल के लिए भी प्रत्येक टीम लगी हुई है।
लुप्त होते वन्य जीवों को भी बचाया जा सके। ये बात जनवाणी टीम से खास बातचीत करते हुए एक सप्ताह पूर्व बतौर डीएफओ चार्ज संभालने वाले आईएफएस अधिकारी राजेश कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि अगर कही भी बिना परमिशन के पेड़ों का कटान किया जाएगा तो ऐसे सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जो पूर्व के भांति की जाती रही है।
पेड़ों के कटान की सूचना मिलने पर होगी कार्रवाई
डीएफ ओ राजेश कुमार ने कहा कि अगर कही भी पेड़ों का अवैध रुप से कटान किया जा रहा होगा। तो सूचना के आधार पर तत्काल रुप से कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी लोगों को भी पेड़ों के संरक्षण में अपनी जिम्मेदारी निभाएं एवं जो भी गुप्त तरीके से पेड़ों का कटान करे उनकी सूचना तत्काल विभाग का भेजे। ताकि कटान को रोका जा सकें एवं सबंधित लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएं।
245 विभिन्न प्रजातियों की कछुए छोड़े गंगा नदी में
डब्लूडब्लूएफ के साथ मिलकर वन विभाग ने कछुओं के अंडों को संरक्षित करते हुए मुहिम के तहत लगभग 245 कछुओं को गंगा में छोड़ा गया है। मकदमपुर घाट में 119 एवं गढ़ घाट में 125 कछुओं को छोड़ा गया है। क्योंकि यह प्रदूषण को रोकने में यह काफी सहायक होते हैं।
इतना हीं नहीं इससे पहले घडियाल को भी गंगा नदीं में छोड़ा गया है। जिसमें अब घडियाल की संख्या भी पहले की तुलना में गंगानदी में बढ़ गई हैं। एक सप्ताह पहले ही राजेश कुमार ने मेरठ डीएफओ के रुप में चार्ज संभाला है।