Home Uttar Pradesh News Saharanpur कोड़े की तरह सालने लगीं सर्द हवाएं, पारा धड़ाम

कोड़े की तरह सालने लगीं सर्द हवाएं, पारा धड़ाम

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कोड़े की तरह सालने लगीं सर्द हवाएं, पारा धड़ाम
  • शुक्रवार को दस बजे के बाद धरती पर कांपती हुई उतरी धूप

वरिष्ठ संवाददाता |

सहारनपुर: पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद मैदान कांप उठा है। पछुवा हवा के साथ बढ़ी शीत लहर से आम जनजीवन बेहाल है। लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गये हैं। नगर निगम की ओर से अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। गरीबोंं की तो जैसे सामत आ गई है। कोहरे का कहर भी ऐसा है कि सुबह दस बजे तक धूप के दर्शन नहीं हो रहे हैं।

बता दें कि ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। प्रात: कुहासा होने के चलते दस बजे तक सड़कें सूनी रहने लगी हैं। बाजारों की रौनक को भी ग्रहण लगने लगा है। लोग धूप सेंकने को तरस रहे हैं। हाल ये है कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से मैदानी इलाकों में हालात उलट हो गए हैं।

सहारनपुर में सर्द हवाओं ने हांड कंपा दिया है। कुहासे के कारण ठंड में कुछ ज्यादा ही इजाफा हो गया है। आलम यह है कि अभी से गाड़ियों के हेडलाइट दिन में जलाकर चलने पड़ रहे हैं। पाला भी पड़ रहा है। आलू किसानों की चिंता बढ़ गई है।

किसानों का कहना है कि कुहासे में आलू पर पाला मारने की संभावना बढ़ जाती है। लोगों का कहना है कि आने वाले दिनों में कुहासा और भी घना हो सकता है। फुटफाथ पर जीने वाले लोगों समेत रोज कमाने खाने वाले रिक्शा चालक. कुली, मजदूरों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। इस स्थिति के बावजूद अभी तक चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं हो पायी है।

नगर निगम नामचारे का ही अलाव जलवा रहा है। सहारनपुर में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री था, जबकि अधिकतम तापमान 1ॅ8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कोहरे की अधिकता के कारण वाहन रेंगकर चलने को मजबूर हुए। वाहन चालकों को दिन में भी हेड लाइट जलाकर चलना पड़ा। करीब 11 बजे धूप निकली तो सभी लोग धूप लेने के लिए घरों से बाहर निकले।

बच्चों और बुजुुर्गों पर ठंड का अधिक असर

जिला अस्पताल के सीएमओ डाक्टर बीएस सोढ़ी के अनुसार सर्दी का सितम शुरू हो गया है। पिछले एक सप्ताह में 50 वर्ष से अधिक आयु वाले मरीजों की ओपीडी अधिक रही। नगर के वरिष्ठ फिजीशियन डा. कलीम अहमद का कहना है कि वैसे तो सर्दी का मौसम स्वास्थ्यवर्धक होता है। ऐसे में लापरवाही बरतने पर ठंड लग जाती है।

उन्होंने बताया कि आजकल उनके यहां पर उम्रदराज लोग नजला, जुकाम आदि से पीड़ित आ रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डा. डीके तिवारी ने बताया कि ठंड की चपेट में बच्चे भी आने लगे हैं। उन्होंने बताया कि इस समय बच्चों में निमोनिया और डायरिया की शुरुआत हो गई है। पिछले चार दिनों में वे ऐसे करीब 44 मरीजों का उपचार कर चुके हैं।

ऐसे करें ठंड से बचाव

  • खाने पीने की ठंडी चीजों से परहेज करें।
  • दिन में बार बार गर्म पानी पीएं।
  • बच्चों और बुजुर्गों की खास देखभाल करें।
  • पूरे बदन को ढकने वाले कपड़े पहनें।
  • सुबह और शाम की सैर बंद करें।