- ग्रामीणों में दहशत, पिठलोकर पुल के अप्रोच रोड का कटान शुरू
- तहसील टीम ने मौके पर लिया हालात का जायजा
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: हिंडन नदी के बढ़ते जल स्तर ने कई गांवों के लोगों की नींद उड़ा रखी है। लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण हजारों बीघा फसल बर्बाद हो चुकी है। पानी आबादी तक पहुंच गया है। बड़ी संख्या में मकान जद में आ गए हैं। मेरठ को मुजफ्फरनगर से जोड़ने वाले पिठलोकर पुल के अप्रोच रोड में भी कटान होने लगा है।
पुल की अप्रोच रोड में गड्ढे भी हो गए हैं। ऐसे में डर यह है कि यदि अप्रोच रोड को नुकसान पहुंचता है कि दोनों जिलों के दर्जनों गांवों का आपस में संपर्क टूट जाएगा। वहीं, गुरुवार को तहसील अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। पीछे पानी छोड़ने के चलते जलस्तर बढ़ने का खतरा सता रहा है। यदि हिंडन का जलस्तर बढ़ता है तो हालात और भयावह हो जाएंगे।
हिंडन व काली नदी का जलस्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते दर्जनभर गांव के जंगल इसकी चपेट में आ गए हैं। हजारों बीघा कृषि भूमि जमग्न हो गई है। सैकड़ों किसानों की हजारों बीघा फसल बर्बाद हो चुकी है। यहां कि किसान पूरी तरह से बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं। पिठलोकर गांव में पानी आबादी तक पहुंच गया है। दर्जनों मकान पानी की जद में आ गए हैं।
जलस्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हालात इतने खराब है कि नदी पर बने पुल के अप्रोच रोड में कटान होने लगा है। रोड में गड्ढे हो गए हैं। ऐसे में मेरठ और मुजफ्फरनगर दोनों जिलों के दर्जनों गांवों का एक-दूसरे से संपर्क टूटने का खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि नंगला की ओर चार दिन पूर्व अप्रोच रोड टूट गई थी। जिसे ग्रामीणों ने भराव करके किसी तरह चालू किया।
एक दिन पहले ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जलस्तर का जायजा लिया था। माना जा रहा है कि पीछे छोड़े जा रहे पानी के कारण जलस्तर और बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है। यदि ऐसा होता है कि हालात और भयावह हो सकते हैं। उधर, तहसील अधिकारियों ने भी गांवों का दौरा करते हुए हालात का जायजा लिया। ताकि स्थिति को नियंत्रण में किया जा सके।
भाकियू प्रतिनिधिमंडल ने किया दौरा
गुरुवार को भाकियू के पदाधिकारियों ने हिंडन नदी के आसपास जलमग्न इलाकों का दौरा किया। देखा कि दूर तक खेतों में पानी भरा हुआ है। उन्होंने किसानों से बात करके नुकसान का जायजा लिया। पदाधिकारियों ने कहा कि हर एक पीड़ित किसानों को नुकसान का मुआवजा दिलाने का काम करेंगे। इस मौके पर एनसीआर उपाध्यक्ष विनेश प्रधान, मेहताब सरधना, जान मोहम्मद, अफसर, फुरकान, निशा, आजाद, अख्तर आदि मौजूद रहे।
अप्रोच रोड टूटी, बढ़ेगी परेशानी
पिठलोकर में नदी के ऊपर पुल बना हुआ है। जो मेरठ और मुजफ्फरनगर जिले के दर्जनों गांव को जोड़ता है। पुल के दोनों ओर अप्रोच रोड सालों से क्षतिग्रस्त हालत में है। जलस्तर बढ़ने के कारण अप्रोच रोड का कटान होने लगा है। दोनों ओर अप्रोच रोड में गड्ढे हो गए हैं। जिससे अप्रोच रोड टूटने का खतरा बना हुआ है। यदि ऐसा होता है कि दर्जनों गांवों का संपर्क टूट जाएगा।
नदी के आसपास इन गांवों के जंगलों में खेत जलमग्न हुए हैं, उनका जायजा लिया जा रहा है। तहसील से टीम भेजकर निरीक्षण कराया जा रहा है।
मैने खुद पिठलोकर जायकर ग्रामीणों से बात कही है। स्थिति पर पूरी नजर बनी हुई है। हर संभव मदद के लिए तैयार हैं। -जागृति अवस्थी, एसडीएम सरधना