नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सनातन धर्म में पितृ पक्ष को बहुत महत्व गया है। दरअसल, पितरों को भी भगवान के समान ही माना गया है। माना जाता है कि यदि आपके पितर किसी बात से नाराकज हो जाते है।, तो आपको जीवन में किसी भी क्षेत्र में तरक्की नहीं मिलती। साथ ही व्यक्ति का बुरा समय शुरू हो जाता है। इसलिए हर साल लोग पितृ पक्ष के दौरान अपने पितरों का तर्पण आदि करके उन्हें खुश करने का प्रयास करते हैं। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद बना रहता है और जीवन में कठिनाइयां कम हो जाती हैं।
वहीं, इस वर्ष यानि 2024 में पितृपक्ष 17 सितंबर से शुरू होने जा रहा है और 18 सितंबर से पिंडदान, ब्राह्मण भोजन, तर्पण, दान जैसे कार्य शुरू हो जाएंगे। हिंदू पंचांग के अनुसार, 17 सितम्बर को ऋषि-मुनियों के नाम से तर्पण किया जाएगा। वहीं 2 अक्टूबर को इसका समापन हो जाएगा।
यदि किसी व्यक्ति पर पितृ दोष होता है, जो उसके जीवन में कई तरह की बड़ी समस्याएं पैदा होने लगती हैं। अगर पितृ पक्ष से पहले आपके जीवन में भी कुछ परेशानियां हो रही हैं, तो जल्द से जल्द इससे मुक्त हो जाना चाहिए। तो चलिए ऐसे में आइये जानते हैं पितृ दोष के लक्षण और उपाय…
वंश आगे बढ़ाने में बाधाएं
पौराणिक मान्यता के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति पितृ दोष से पीड़ित है तो बहुत चाहने के बाद भी उसका वंश आगे नहीं बढ़ता है।व्यक्ति के लिए संतान उत्पत्ति में बहुत सी बाधाओं आती हैं।
घर में पीपल का पौधा उगना
घर में पीपल के पौधे का उगना भी पितृ दोष का एक लक्षण है। घर की दरारों, छत पर पड़े टूटे गमलों में या फिर घर के आंगन में पीपल का पौधा का उगना बुरा संकेत हैं।
बिजनेस, नौकरी में संकट आना
हर व्यक्ति के व्यावसायिक जीवन में समस्याएं आती हैं लेकिन अगर लाख कोशिशों और मेहनत के बाद भी हर बार असफलता हाथ लते तो इसे पितृ दोष का संकेत माना जाता है। पितृ दोष होने पर व्यक्ति को जीवन में तरक्की नहीं मिलती है।
घर में दुर्घटनाओं का बढ़ना
जीवन में छोटी-मोटी दुर्घटनाएं होना आम है लेकिन अगर यह बहुत ज्यादा बढ़ जाए यानी एक के बाद एक दुर्घटनाएं होने लगें, तो आपको इसे पितृ दोष का सकेंत मान लेना चाहिए। इन संकेतों को समझकर इनसे मुक्ति पाने के लिए आपको विशेष उपाय करने चाहिए।
पितृदोष से मुक्ति पाने के उपाय
- पितरों को मनाने के लिए और पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए आपको पितृ पक्ष में उनका तर्पण, पिंडदान, और श्राद्ध कर्म जरूर करना चाहिए। इससे पितरों की नाराजगी दूर होती है।
- इन दिनों पितरों की शांति के लिए उनके नाम का भोजन और जल जरूर निकालें। पितरों का आह्वान करके भोजन अलग से निकालकर उन्हें चढ़ा दें।
- पितरों को खुश रखने के लिए उनकी तस्वीरों का रखरखाव भी अच्छी तरह से करना चाहिए। पितृ पक्ष ही नहीं बल्कि आम दिनों में भी रोजाना आपको पितरों की तस्वीर को साफ करना चाहिए।
- पितृ पक्ष के दौरान आपको पितरों के नाम का दिया जरूर निकालना चाहिए। पौराणिक मान्यता के अनुसार, पितृ पक्ष में पितर धरती लोक पर आते हैं और अपने परिवार को आशीर्वाद देते हैं। इसलिए दक्षिण दिशा में पितरों के नाम का दीया जरूर निकालें.