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साहित्य जगत में एक जाना पहचाना नाम है कमलेश भारतीय। अगर हम यह कहें कि पुरानी पीढ़ी से संबंध रखते हुए भी नयी पीढ़ी के लिए यह लेखक आज भी प्रेरणा प्रदान कर रहा है तो गलत नहीं होगा। कमलेश की नई पुस्तक ‘नई प्रेम कहानी’ में संकलित कहानियों में भावनाओं और संवेदनाओं का ज्वार है। इन कहानियों में व्यक्ति, घर और समाज को विभिन्न दृष्टिकोणों से देखा गया है, उसे जिया गया है और चुनौतियां पूरी भी की गई हैं। ‘नयी प्रेम कहानी’ में खूबसूरत नजारे देखने की उत्कंठा और अपने आपको प्रकृति के हवाले कर देने की जिद है। डॉ. नरेंद्र मोहन के नाम समर्पित इस कथा संग्रह में शामिल कहानियों के बारे में लेखक ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि ‘महक से ऊपर’ कहानी उनके सबसे पहले कहानी संग्रह की शीर्षक कहानी है। इस कहानी को पढ़ने के बाद यह साफ नजर आता है कि यदि वरिष्ठ लेखिका राजी सेठ ने अपने समय के जाने-माने कथाकार महीप सिंह को इसे छपवाने न दिया होता तो कमलेश भारतीय के साहित्य संसार को वहीं विराम लग गया होता।
कहानी लिखने की कला तो लेखक में कूट-कूट कर भरी हुई है और उससे भी अधिक सार्थक बन पड़ा है किसी पाठक को कहानी के साथ बहाकर ले जाना। पाठक एक पसोपेश में रहते हुए ‘उसके बावजूद’ कहानी को अंत तक जल्दी से पढ़ लेना चाहता है। यह कहानीएक भाई और एक बहन के निश्छल प्रेम की पराकाष्ठा है। ‘नयी प्रेम कहानी’ में उनकी ताजातरीन कहानियां ‘पड़ोस’,‘अपडेट’ और ‘जय माता पार्क’ संकलित हैं। इन कहानियों में हमारे आस-पास का आधुनिकीकरण दिखलाई पड़ता है। देश में मीडिया की गिरती साख को महसूस किया जा सकता है।
‘पड़ोस’ कहानी में एक तरफ तो भावनाएं और संवेदनाएं हैं जबकि दूसरी तरफ केवल अपने बारे में सोचने की प्रवृत्ति भी है। ‘नयी प्रेम कहानी’ पुस्तक प्रेम करने लायक है। विभिन्न कहानी संग्रहों, लघु-कथाओं और अन्य पुस्तकों के रचयिता कमलेश भारतीय की ‘नयी प्रेम कहानी’ को हंस प्रकाशन ने प्रकाशित किया है जिसका खूबसूरत आवरण कुँवर रवीन्द्र ने तैयार किया है।
पुस्तक: नयी प्रेम कहानी, लेखक: कमलेश भारतीय, प्रकाशक: हंस प्रकाशन, नई दिल्ली, मूल्य: 250 रुपये