जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: अपनी पत्नी से छुटकारा पाने के लिए पिता ने ही अपनी दो साल की मासूम बेटी का चलती ट्रेन से अपहरण कराया था।इस साजिश में आरोपी की मां और मौसी भी शामिल थे। जीआरपी ने मामले का खुलासा करते हैं तीनों आरोपीयों को गिरफ़्तार कर बच्ची को लुधियाना से बरामद कर लिया है।
सीओ जीआरपी श्वेता आशुतोष ojha ने बताया कि 18 अक्तूबर को हारुन पुत्र काले खान निवासी गोसपुरा थाना अहमदगढ़ मलेर कोटला जिला संगरूर अपनी पत्नी नेहा खातून के साथ हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस में सवार होकर बिजनौर के धामपुर से घर लौट रहा था।हारून और उसकी पत्नी ने जीआरपी को सूचना दी थी कि चलती ट्रेन में नींद आने के दौरान किसी ने उनकी बेटी को अगवा कर लिया है। दोनों के काफी तलाश करने पर भी बच्ची का कुछ पता नहीं चला। जीआरपी ने मामले की जांच शुरू की तो रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे में दो बुर्कानशीं महिलाएं बच्ची को ले जाती दिखाई दी थी।मामला गंभीर होने के कारण तीन टीम गठित कर उन्हें यमुनानगर, अंबाला, संगरूर, लुधियाना भेजा गया था। जीआरपी टीम ने रविवार को लुधियाना रेलवे स्टेशन के पास से अपहृत बच्ची को बरामद कर लिया। साथ ही इस घटना में शामिल पिता हारुन,दादी मीना बेगम पत्नी काले खान और उसकी बहन शबाना पत्नी शाह मोहम्मद को भी गिरफ्तार किया। पूछताछ करने पर आरोपियों ने बच्ची का अपहरण करना स्वीकार करते हुए जीआरपी को बताया कि बहू नेहा खातून से तलाक लेने के लिए यह साजिश रची थी किया।आरोपी बच्ची को नेहा के साथ नहीं छोड़ना चाहते थे। इसीलिए षड्यंत्र के तहत तीनों ने मिलकर मासूम के किडनैप का पूरा ड्रामा रचा था।