Sunday, June 4, 2023
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सपा में उठापटक, अखिलेश खामोश

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  • सपा के दो विधायकों की वायरल हो रही वीडियो से सपा में जो चल रहा, वो हुआ सार्वजनिक

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: समाजवादी पार्टी के नेताओं में उठापटक चल रही हैं। ये उठापटक निकाय चुनाव से शुरू हुई, जो थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सपा के दो विधायकों की वायरल हो रही वीडियो से सपा में जो चल रहा हैं, वो सार्वजनिक हो गया हैं। वायल वीडियो पांर्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव तक पहुंच गई हैं। किस तरह से सपा विधायकों ने अपनी ही पार्टी के घोषित प्रत्याशियों को हरवाने के लिए मंच से ऐलान किया, वो पार्टी को गर्त में पहुंचाने वाला निर्णय रहा।

इसी को लेकर सपा के नेताओं में खींचतान और बढ़ गई हैं। अब पार्टी के खिलाफ काम करने वाले सपा विधायकों को लेकर सपा के राष्टÑीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खामौश क्यों हैं? उनकी खामौशी पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं। इसको लेकर पार्टी नेताओं पर क्या गाज गिरेगी या फिर पूरा प्रकरण ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।

दरअसल, सपा के शहर विधायक रफीक अंसारी पर पार्टी अध्यक्ष पूरा भरोसा करते थे। दो बार रफीक अंसारी को टिकट दिया और विधायक बनाकर विधानसभा में भेजा। दो बार के सपा विधायक पर पार्टी अध्यक्ष ने तो खूब भरोसा किया, लेकिन निकाय चुनाव में सपा के वार्ड 83 से घोषित पार्षद प्रत्याशी के खिलाफ मुहिम छेड़कर हरवाने का काम किया। मंच से उसके खिलाफ अभियान चलाया गया।

चुनाव के दौरान उनकी एक वीडियो भी वायरल हो रही हैं, जिसमें विधायक रफीक अंसारी सपा प्रत्याशी को हराने का आ”ान करते हुए सुनाई दे रहे हैं। सपा के विधायक की ये वीडियो वायरल हो गई, जिसको सुनकर पार्टी नेताओं के पैरों नीचे की जमीन खिसक गई हो। सपा विधायक ऐसा कर सकते है, ये किसी को यकीन नहीं था। कहीं सपा विधायक पार्टी छोड़ने के मूड में तो नहीं हैं।

इसी ओर संकेत होता दिखाई दे रहा हैं। यही नहीं, कैबिनेट मंत्री रहे और किठौर विधायक शाहिद मंजूर का भी इसी तरह का एक वीडियो वायरल हो रहा हैं। इस वायरल वीडियो में कहा जा रहा है कि रोजा किस चीज से खोलते हैं। ये सभी जानते होंगे, खजूर से। फिर खजूर को वोट देने का बड़ी ही चालाकी से आ”ान कर डाला। इस तरह से शाहिद मंजूर ने भी पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ बगावत कर दी।

ये बड़े नेताओं का हाल हैं। इसी वजह से शहर में सपा के पार्षद ज्यादा जीत दर्ज करके आ सकते थे, लेकिन हराने में ही जब बड़े सपा नेता जुटे हो तो फिर ये हस्र तो होना ही था। अब ये प्रकरण सपा राष्टÑीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के दरबार में पहुंच गया हैं। अखिलेश की खामौशी क्या इस मुदद्े को लेकर टूटेगी, सभी की इसी पर निगाहें लगी हुई हैं।

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