- बीएएमएस के छात्रों ने ऋषिकेश में औषधी निर्माण की प्रक्रिया को समझा
जनवाणी संवाददाता |
बिजनौर: विवेक कॉलेज आफ आयुर्वेदिक सांईसेज एंड हॉस्पिटल बिजनौर में विगत 14 दिन से चल रहे आयुर्विद्यारंभ महोत्सव (टांजिशनल केरिकुलम) का समापन पदश्री वैद्य बालेन्द्र प्रकाश के पड़ाव स्पेशिलिट्री आयुर्वेदिक चिकित्सा केन्द्र रतनपुरा तथा शाशी चन्द्र रसशाला में नवांगुतक छात्रों तथा समस्त चिकित्सकों के भ्रमण के साथ समाप्त हुआ।
इस 15 दिवसीय कार्यक्रम के अंर्तगत देश के विभिन्न राज्यों से आये हुऐ भिन्न-भिन्न चिकित्स विशेषज्ञों के द्वारा अपने अनुभव को साझा किया गया तथा नवांगुत छात्र-छात्राओं को आयुर्वेद में होने वाली नवीन अन्वेशषणों के बारे में अवगत कराया गया। शशी चन्द्र रसशाला के भ्रमण के दौरान वैद्य बालेन्द्र ने रसशाला में निर्मित होने वाली विभिन्न औषधियों के शोधन तथा औषधियों में प्रयुक्त होने वाली रस धातुओं जैसे सोना, चांदी, ताबा एवं पारस आदि धातुओं के भस्म बनाने की विधियों को विद्यार्थियों के साथ साझा किया।
इस दौरान बालेन्द्र प्रकाश ने आयुर्वेदिक अनुसंधानों पर आधारित किताबों को विवेक आयुर्वेदिक कॉलेज के लिए समर्पित किया। कॉलेज के चैयरमेन अमित गोयल ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुऐ भविष्य में श्रेष्ठ चिकित्सक बनने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया।
कॉलेज के प्राचार्य वैद्य संदीप अग्रवाल जी ने सभी बच्चों को शुभ-आशीष देते हुये नित्य-प्रतिदिन विद्या के महत्व के बताते हुए कठिन परिश्रम करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रय को सफल बनाने में डा. सुनील, डा. अमोल, डा. आधार, डा. शमभु, डा. सुजीत एवं समस्त चिकित्सकों का भरपूर योगदान रहा।