- मेरठ मेें शिया वक्फ प्रॉपर्टियों की देखरेख के लिए लखनऊ में बनेगा एक्शन प्लान
- शाह विलायत कब्रिस्तान के मुद्दे पर भी वक्फ बोर्ड रखेगा नजर
- अमरोहा, जौनपुर और प्रयागराज में बनेंगे बोर्ड के सेटेलाइट आफिस
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आखिरकार उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने मान लिया है कि पूर्व में वक्फ प्रॉपर्टियों की ‘संगठित लूट’ हुई है। इसी कारण वक्फ प्रॉपर्टियों की खूब बंदरबाट हुई। अब ऐसा नहीं होगा तथा वक्फ प्रॉपर्टियों पर कुंडली मारे बैठे अवैध कब्जाधारियों से जमीनें वापस ली जाएंगी। यह कहना है यूपी शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमेन अली जैदी का। दो दिन के मेरठ प्रवास से लौटने के बाद वो अब लखनऊ में मेरठ सहित पूरी यूपी की शिया वक्फ प्रॉपर्टियों की निगरानी के लिए सेटेलाइट आॅफिस बनाने पर शासन के साथ मंथन करेंगे।
चेयरमैन के मेरठ दौरे के बाद वक्फ प्रॉपर्टियों के अवैध कब्जाधारियों में हड़कम्प मच गया है। बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी ने बातचीत के दौरान बताया कि पूर्व में वक्फ की जमीनों की खूब बंदरबाट हुई। उन्होंने यहां तक कहा कि यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड पहले एक प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी की तरह चल रहा था जिसमें खूब मनमानियां हुर्इं। उन्होंने कहा कि लेकिन अब ऐसा कतई नहीं होगा। बकौल चेयरमेन अब शासन की मंशा के अनुरुप काम होगा। चेयरमेन ने कहा कि वक्फ की जमीनों की देखरेख के लिए अब काबिल वकीलों का एक पैनल भी बनाया गया है।
चेयरमेन ने दोहराया कि मेरठ, अब्दुल्लापुर व मवाना की वक्फ प्रॉपर्टियों पर जहां जहां अवैध कब्जे हैं उनके लिए लखनऊ में शीघ्र ही एक्शन प्लान बनेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ प्रॉपर्टियां खाली कराने के लिए जहां जिला प्रशासन की जरुरत होगी वहां जिला प्रशासन से और जहां कोर्ट के दखल की जरुरत होगी वहां कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
उधर मेरठ के शाह विलायत कब्रिस्तान (जहां शिया व सुन्नी दोनों का अधिकार है) के मुद्दे पर भी चेयरमैन ने कहा कि वो इस मुद्दे पर मेरठ के जिला प्रशासन को आदेशित करेंगे कि यहां सच्चाई का पता लगांए। बताते चलें कि कई लोगों का आरोप है कि यहां पर भी अवैध कब्जे हुए हैं।