- बिना नक्शे के सड़क खोदकर ढूंढते हैं कर्मचारी सीवर के ढक्कन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर की सड़कें जर्जर एवं बदहाल ऐसे ही नहीं हुई हैं। जलनिगम विभाग में कार्यरत कुछ कर्मचारी एवं ठेकेदार ऐसे हैं, जिन्हें यह जानकारी नहीं है कि सड़क में किस जगह सीवर पर ढक्कन रखा है। ऐसे ही कर्मचारी एवं ठेकेदारों की लापरवाही के चलते अच्छी खासी सड़क में अनगिनत गड्ढे खोद दिये जाते हैं।
जिसमें उनको बंद करने में भी लापरवाही बरती जाती है, जिसके चलते सड़कें बदहाल हो जाती है। ऐसा ही एक मामला शनिवार को आरजी इंटर कॉलेज के सामने देखने को मिला। वहां पर भी बिना सीवर के ढक्कन के सड़क खोद डाली गई। जब स्थानीय लोगों ने विरोध किया तब जाकर उस खोदे गये गड्ढे को बंद कराया गया।
जहां एक तरफ महानगर की सड़कें जलभराव एवं अन्य कारणों से टूट रही है और सड़कों में गहरे-गहरे गड्ढे बन रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम के जलकल विभाग में कार्यरत कर्मचारी एवं ठेकेदार के अनुभव हीन होने के चलते भी सड़कों को सीवर के ढक्कन को खोजते समय खोद दिया जाता है। ऐसे गड्ढों को फिर सही तरह से बंद नहीं किया जाता है। जिस कारण सड़कें टूटने लगती है।
नगर निगम के कुछ कर्मचारी एवं ठेकेदारों की वजह से अच्छी खासी सड़कें खराब हो रही है। वहीं, टंकी की पाइप लाइन लीकेज हो जाये या फिर फट जाये तो उस जगह टंकी की पाइप लाइन को ठीक करने के बाद उस गड्ढे को भरना शायद भूल जाते हैं। जिसके चलते भी सड़कें टूटने लगती है। बच्चा पार्क से लेकर जिला अस्पताल तक कई जगहों पर सड़कों में जलकल विभाग के द्वारा टंकी की पाइप लाइन को ठीक करते समय खोदे गये, लेकिन उन्हे अच्छे से बंद नहीं किया गया।
वह गड्ढे राहगीरों के लिये मुसीबत का सबब बने हुये हैं। शनिवार को भी निगम के कर्मचारी एवं ठेकेदार ने आरजी कॉलेज के सामने व अन्य जगहों पर सीवर के ढक्कनों के चक्कर में सड़क खोद डाली। स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो उसके बाद उन गड्ढों को बंद कराया गया।
इस संबंध में अपर नगरायुक्त ममता मालवीय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है, यदि इस तरह से गलत तरीके से गड्ढे खोदे जा रहे हैं और उन्हें सही तरह से बंद नहीं कराया जा रहा है तो जांच कराकर कार्रवाई कराई जायेगी।