- हत्या के 40 दिन बाद भी एक भी शूटर नहीं पकड़ पाई पुलिस
- फातमा का कहना, नामजद लोगों को गिरफ्तार नहीं कर रही पुलिस
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आखिरकार पार्षद जुबैर अंसारी की पत्नी का सब्र टूटा। पति के हत्यारों को पकड़ पाने में विफल पुलिस के खिलाफ पत्नी इद्दत के बाद चार चार बच्चों के साथ बैठे धरने पर बैठ गई। सीओ सिविल लाइन और सिटी मजिस्ट्रेट ने पत्नी को बहुत जल्द हत्यारों को पकड़ने का आश्वासन दिया है। इस आश्वासन से नाखुश पत्नी समेत करीब 25 लोग देर रात तक धरने पर बैठे रहे।
वार्ड-80 के पार्षद जुबैर अंसारी की हत्या को 40 दिन से ज्यादा बीत जाने के बाद भी शूटर पकड़ में नहीं आए है। पुलिस ने जहां शूटरों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया हुआ है। वहीं, जुबैर की पत्नी ने एक लाख रुपये देने की घोषणा की है। दु:खी परिवार दो बार एसएसपी से भी मिल चुका है, लेकिन अभी तक बदमाशों का सुराग तक नहीं लग पाया है। पुलिस ने एक आरोपी हाजी फतेहआब को पूछताछ के लिये दो दिन थाने में रखा तभी उसके बेटे सालिम ने खुद को गोली मारकर खत्म कर लिया था।
जुबैर अंसारी के भाई ने जिन लोगों को नामजद कराया था। पुलिस उनमें से किसी को भी गिरफ्तार करने के मूड में नहीं है। इससे क्षुब्ध होकर शुक्रवार को जुबैर अंसारी की पत्नी फातमा चार बच्चों के साथ हापुड़ रोड स्थित जाकिर कॉलोनी चौकी के पास धरने पर बैठ गई। जुबैर अंसारी की पत्नी इद्दत में बैठी है। जिसके बावजूद वह पति के लिए इंसाफ मांगने सड़क पर उतर आई है।
सीओ सिविल लाइन देवेश सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार ने पत्नी से बात की, लेकिन बात नहीं बनी। पत्नी को धरने पर बैठा देखकर मोहल्ले के काफी लोग दिनभर आकर हौसला बढ़ाते रहे। फातमा का कहना है कि जिन लोगों को नामजद किया गया है। उनको पुलिस क्यों नहीं गिरफ्तार कर रही है?