- अवकाश के दोनों दिन बैंक खोले जाने के संबंध में डीएम ने जारी किए आदेश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शुक्रवार को नगर निगम के विभिन्न वार्डों में पार्षद पद के लिए 52 नामांकन किए गए। वहीं नगर पालिका परिषद सरधना और मवाना के लिए 10 प्रत्याशियों ने पर्चे दाखिल किए। जबकि सभासद पद के लिए 44 प्रत्याशी नामांकन के लिए आए। नगर पंचायतों में अध्यक्ष के लिए 37 और सदस्य पदों के लिए 191 ने नामांकन किया। इस दौरान महापौर के लिए चार, पार्षद के लिए 98, नगर पालिका अध्यक्ष के लिए दो, सभासद के लिए 24, नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए 26 और सदस्य पद के लिए 113 फार्म खरीदे गए।
इस बीच जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम दीपक मीणा ने चुनाव के दौरान संबंधित क्षेत्रों में बैंक खोले जाने के आदेश जारी किए हैं। नगर आयुक्त और मवाना, सरधना के एसडीएम को जारी आदेश में कहा गया कि नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 के लिए नामांकन अवधि के मध्य आने वाले सार्वजनिक अवकाश (ईद/चतुर्थ शनिवार एवं रविवार) दिवसों में बैंक खोले जाने के सम्बन्ध में निर्देश प्राप्त हुए हैं।
इसी क्रम में आदेशित किया गया कि शाखा मेरठ कैंट मेरठ/मवाना/सरधना को नामांकन अवधि दिनांक 17 से 24 अप्रैल के मध्य आने वाले सार्वजनिक अवकाश (ईद/चतुर्थ शनिवार एवं रविवार) के दिवसों में भी खोलना सुनिश्चित करें। जिससे निर्वाचन से सम्बन्धित धनराशि चालान आदि के माध्यम से ससमय जमा की जा सके। और निर्वाचन निर्बाध रूप से सम्पन्न कराया जा सके।
सेक्टर मजिस्ट्रेट और जोनल मजिस्ट्रेट को जारी किए निर्देश
शुक्रवार को विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी, मेरठ की अध्यक्षता में नगर निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 के अन्तर्गत नगर निगम के जोन-1, जोन-2, जोन-3, जोन-4 एवं नगर पंचायत सिवालखास तथा खरखौदा के सेक्टर मजिस्ट्रेट व जोनल मजिस्ट्रेट की दो पालियों में पूर्वान्ह 11 बजे से एक बजे तक तथा अपरान्ह तीन बजे से पांच बजे तक बैठक आयोजित की गई।
जिसमें बूथों की एएमएफ की रिपोर्ट के आधार पर एक-एक बूथ की समीक्षा की गई। जिन बूथों में कोई कमी पाई गई, उनसे सम्बन्धित अधिकारियों को तत्काल उनमें सुधार करने के निर्देश दिये गये। बैठक में समस्त अपर नगर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, एवं नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।
समान रहेंगे प्रथम और चतुर्थ मतदान अधिकारी के कार्य
नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 का मतदान राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तर प्रदेश के निर्देश के क्रम में जनपद-मेरठ में द्वितीय चरण में सम्पन्न होना है। जनपद में नगर निगम, मेरठ के महापौर एवं पार्षद पद का चुनाव ईवीएम से सम्पन्न कराया जाना है।
निर्वाचन को सकुशल एवं निर्विघ्न सम्पन्न कराए जाने के दृष्टिगत नगर निगम के निर्वाचन के लिए प्रत्येक पोलिंग पार्टी में पांच मतदान कार्मिक होंगे। पोलिंग पार्टी में प्रथम मतदान अधिकारी एवं चतुर्थ मतदान अधिकारी के कार्य की प्रकृति समान है। अत: कार्मिक ड्यूटी आदेश में जिन कार्मिकों की ड्यूटी चतुर्थ मतदान अधिकारी के रूप में लगाई गई है, उनका पद एवं वेतनमान प्रथम अधिकारी समान ही है।
अर्थात चतुर्थ मतदान अधिकारी प्रथम मतदान अधिकारी के समकक्ष हैं। चतुर्थ मतदान अधिकारी के रूप में लगाए गए कार्मिकों का आशय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से नहीं है। चतुर्थ मतदान अधिकारी की नियुक्ति आयोग के निर्देश के क्रम में कार्य की सुविधा एवं सुगमता के लिए की गई हैं।
महापौर पद यूसुफ कुरैशी समेत चार ने लिए फार्म, नामांकन कोई नहीं
शुक्रवार को महापौर पद के लिए कोई नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया। इस बीच कांग्रेस प्रत्याशी बदले जाने की खबरों के बीच यूसुफ कुरैशी ने पार्टी प्रत्याशी के रूप में फार्म खरीदा है। वहीं नावेद सफदर ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दो नामांकन पत्र लिए। जबकि हामिद अंसारी ने आजाद समाज के प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र खरीदा है।
मेयर पद पर दावेदारी के लिए ‘अघोषित युद्ध’!
मेयर पद के लिए कांग्रेस के दो योद्धा मैदान में ‘अघोषित युद्ध’ लड़ रहे हैं। शुक्रवार को पूरे दिन चुनावी गलियारों में इस युद्ध की रणभेरी बजती रही। कभी गेंद एक के तो कभी दूसरे के पाले में जाती दिखी। इस अघोषित युद्ध के बीच पार्टी के जिलाध्यक्ष अवनीश काजला ने देर रात स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी के पूर्व में घोषित उम्मीदवार नसीम कुरैशी ही पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी हैं और वो ही मेयर पद पर चुनाव लड़ेंगे।
शुक्रवार सुबह से ही राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा थी कि नसीम कुरैशी का टिकट होल्ड पर रख पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके डॉ. यूसुफ कुरैशी को मैदान में उतारा जा रहा है। उधर नसीम कुरैशी इस बात से इंकार करते रहे कि उनके टिकट पर कोई आंच आएगी हांलाकि उन्होंने यह जरुर दोहराया था कि यदि ऐसा कुछ होता है तो यह उनके साथ अनुशासनहीनता होगी।
डॉ. यूसुफ कुरैशी ने बताया कि शुक्रवार सुबह जिलाध्यक्ष अवनीश काजला की ओर से उन्हें नामांकन पत्र खरीदने के लिए बोल दिया गया था जिससे इस बात को हवा मिली कि नसीम कुरैशी का टिकट काटकर पार्टी यूसुफ कुरैशी पर दांव खेलने के मूड में है। बहरहाल पूरे दिन गेंद कभी यूसुफ कुरैशी तो कभी नसीम कुरैशी के पाले में जाती दिखी। इस बीच जिलाध्यक्ष दिल्ली में डटे रहे। देर रात जिलाध्यक्ष ने साफ किया कि टिकट नसीम कुरैशी के पास ही रहेगा।
समाचार लिखे जाने तक नसीम कुरैशी ही पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार हैं। वहीं, दूसरी ओर यूसुफ कुरैशी का कहना है कि यदि जिलाध्यक्ष नसीम कुरैशी की उम्मीदवारी की ही बात कर रहे हैं तो वो पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में नसीम कुरैशी को ही मजबूती के साथ चुनाव लड़ाएंगे। बकौल यूसुफ कुरैशी वो पार्टी हित में कोई ऐसा काम नहीं करेंगे जिससे पार्टी प्रत्याशी कमजोर हो।